रिपोर्टर — शिप्की ला (किन्नौर)
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का आज अढ़ाई साल का समय पूरा होने जा रहा है। सरकार के अढ़ाई साल के इस कार्यकाल में कई महत्त्वपूर्ण कार्य हुए, जिसमें मंगलवार का एक और दिन इतिहास का गवाह बन गया। मंगलवार को मुख्यमंत्री शिपकिला दर्रे पर थे, जहां से सामने चीन अधिकृत तिब्बत का बॉर्डर नजर आता है। इसी रास्ते से होकर लोग सालों तक व्यापार भी करते रहे। शिपकी-ला पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार के लिए यह दिन ऐतिहासिक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुधवार को उनकी सरकार के अढ़ाई साल पूरे होने जा रहे हैं, इससे पहले एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए बॉर्डर टूरिज्म को शुरू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि न केवल शिपकी-ला, बल्कि किन्नौर जिला के कुछ और स्थान पर भी बॉर्डर तक टूरिस्ट आ सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बॉर्डर टूरिज्म को विकसित करने के लिए उनकी सरकार ने और विशेष कर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के विशेष प्रयास रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शिपकी-ला दर्रा खुलने से वह बेहद खुश हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बॉर्डर टूरिज्म पहला पड़ाव है, यहां से अभी शुरुआत हुई है। इसके बाद सरकार का पूरा प्रयास रहेगा कि इस रास्ते के जरिए पवित्र कैलाश मानसरोवर की यात्रा हो उन्होंने कहा कि यहां से कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए मात्र दो-तीन किलोमीटर का रोड तैयार किया जाना है और गाड़ी से लोग कैलाश मानसरोवर तक पहुंच सकेंगे। उन्होंने कहा कि कैलाश मानसरोवर की पवित्र यात्रा है, जो हिंदू और बौद्ध धर्म के लोगों के लिए बेहद महत्व रखती है। धार्मिक महत्व को देखते हुए केंद्र सरकार इस पर जल्द से जल्द निर्णय ले, इसके लिए जल्दी ही वह रक्षा मंत्रालय से बात करेंगे। एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद बंद हुए व्यापार को खोलने के लिए भी राज्य सरकार विशेष रूप से प्रयास करेगी, जिसके लिए यहां के लोग भी डिमांड कर रहे हैं।
रक्षा मंत्रालय से करेंगे बात
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार लगातार इस संबंध में प्रयास करती रही है और आज उनके यह प्रयास रंग लाए हैं। जल्दी ही रक्षा मंत्रालय से अन्य महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा की रक्षा मंत्रालय ने हमारी बात को सुना है और आज देश भर के लोग यहां बॉर्डर पर चीन अधिकृत तिब्बत सीमा को देखने के लिए पहुंच सकते हैं।