Thursday, November 21, 2024

क्राइमराज्य

योगी-राज में साधुओं पर गाज! …६ साल में बेमौत मारे गए ४५+ संन्यासी

SG       अब संभल के शिवमंदिर में हुई पुजारी की नृशंस हत्या

            थाने के सामने हत्यारों ने पत्थरों से कूंचा

 लखनऊ     उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पुलिस चौकी के ठीक सामने स्थित मंदिर के पुजारी की नृशंस हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मंदिर में सो रहे पुजारी को किसी ने किसी भारी वस्तु से सिर और चेहरा कूंच कर मौत के घाट उतार दिया। िंहदुत्ववादी पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा और उसके हिंदुत्व के दो बड़े चेहरे पीएम नरेंद्र मोदी तथा सीएम योगी आदित्यनाथ के सूबे में साधुओं के लगातार बेमौत मारे जाने पर अब सवाल उठने लगे हैं। क्योंकि बीते ६ वर्षों के भीतर प्रदेश के विभिन्न जिलों में ४५ से अधिक साधु-संतों की हत्या हुई है।बता दें कि संभल जिले की चंदौसी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत संभल गेट पुलिस चौकी के ठीक सामने स्थित शिव मंदिर के पुजारी रोशन लाल सैनी मंदिर परिसर में एक कोठरी में ही रहते थे। बुधवार सुबह करीब सात बजे श्रद्धालु मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे तो वहां पुजारी नहीं मिले। खोजबीन करने पर पुजारी रोशन लाल का रक्तरंजित शव उनकी कोठरी में पड़ा मिला। उनके गले और सिर पर किसी भारी वस्तु से वार किया गया था। हत्या की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से मामले की छानबीन शुरू की और ३२ वर्षीय राजू पुजारी को गिरफ्तार किया।

बदला लेने के लिए किया कत्ल        बताया जा रहा है कि पुजारी ने ३२ राजू कुमार के खिलाफ चोरी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। राजू कुमार को इस साल की शुरुआत में गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस सूत्रों ने कहा कि जेल से बाहर आने के बाद राजू ने कथित तौर पर बदला लेने के लिए वारदात को अंजाम दिया। गौरतलब हो कि योगी अदित्यनाथ के सूबे में साधुओं की हत्या का ये सिलसिला बीते ६ वर्षों में लगातार जारी है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, वर्ष २०१७ से २०२३ के बीच अब तक ४५ से अधिक साधुओं की हत्या के मामले उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से सामने आ चुके हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, वर्ष २०१७ में २, वर्ष २०१८ में ७, वर्ष २०१९ में ३, वर्ष २०२० में १८, वर्ष २०२१ में ५ और वर्ष २०२२ में ३ साधुओं की हत्या हुई थी। इनमें साधुओं की हत्या के सर्वाधिक घटनाएं वर्ष २०२० में घटी थीं। जबकि ६ साधुओं की हत्या सीएम योगी के गृह क्षेत्र यानी गोरखपुर में ही घटी थीं।

साधुओं की हत्याओं का सिलसिलेवार विवरण
०७ अप्रैल २०१७: गोसाईगंज थाना क्षेत्र में ५० वर्षीय पुजारी मनोहर दास की बेरहमी से हत्या
२० जून २०१७: कुशीनगर पडरौना कोतवाली क्षेत्र के बेतिया गांव में स्थित शिव मंदिर के पुजारी जय प्रकाश व उनकी पत्नी की गला काटकर हत्या।
१४ जुलाई २०१८: मेरठ के भगवानपुर क्षेत्र के अब्दुल्लापुर में साधु क्रांति प्रसाद की पीट-पीटकर हत्या की गई।
१८ जुलाई २०१८: पीलीभीत में बाबा लाल गिरी की हत्या हुई।
१२ अगस्त २०१८: अलीगढ़ जिला के शेखूपुर सटकना में शिव मंदिर के महंत कालिदास, मंदिर में पुजारी सोनपाल और महेंद्र उर्फ बड़ेल की हत्या।
१३ अगस्त २०१८: सुल्तानपुर के पयागीपुर में स्थित पहलवान वीर बाबा मंदिर के पुजारी श्यामलाल (७५) की मंदिर परिसर में पीट-पीटकर हत्या।
१९ अगस्त २०१८: मेरठ में पुजारी विनोद व सेवादार सुल्तान की हत्या।
३१ अगस्त २०१८: पीलीभीत जिला स्थित ग्राम भूड़ कोनी दीनारपुर स्थित शिव मंदिर के पुजारी रामेश्वर दयाल (६५) की गला रेत कर हत्या।
३१ अगस्त २०१८: बाराबंकी के रामनगर थाना क्षेत्र में थालकला गांव के बाहर काले पहाड़ बाबा मंदिर के पुजारी शमशेर सिंह (६५) की धारदार हथियार से हत्या।
०२ जनवरी २०१९: रायबरेली के ऊंचाहार में राम जानकी मंदिर के पुजारी बाबा प्रेमदास का शव मंदिर के बाहर फांसी पर लटका मिला।
१४ जून २०१९: मथुरा में एक साधु की हत्या ।
२८ अक्टूबर २०१९: मुरादाबाद में साधु राजेंद्र गिरि की हत्या।
१८ जनवरी २०२०: चित्रकूट में महंत अर्जुनदास की हत्या।
२५ फरवरी २०२०: पीलीभीत में पुजारी विष्णु सहाय की हत्या।
२५ अप्रैल २०२०: गोरखपुर के बुजारी कोईल दास की हत्या।
१४ जुलाई २०२०: मेरठ में सेवादार की हत्या।
१८ जुलाई २०२०: पीलीभीत मेंं बाबा लालगिरी की हत्या।
२३ जुलाई २०२०: सुल्तानपुर में एक साधु की हत्या।
०१ सितंबर २०२०: हदरोई में साधु हीरादास, साध्वी मीरादास व उनके बेटे चेतराम की हत्या।
०६ सितंबर २०२०: कन्नौज में साधु शालिग्राम की हत्या।
०९ सितंबर २०२०: बिजनौर के ग्राम पहाड़पुर खुर्द में मंदिर परिसर में सो रहे योगानंद महाराज की संदिग्ध परिस्थिति में मौत।
१४ सितंबर २०२०: मेरठ में कांतिप्रसाद नाम के साधु की हत्या।
२४ सितंबर २०२०: बागपत टीकरी में साधु की हत्या।
२४ सितंबर २०२०: मेरठ की सरधना गंग नहर में साधु वेशभूषा वाले युवक का शव मिला।
०५ अक्टूबर २०२०: मथुरा में साधु वैâलाशनाथ की हत्या।
०९ अक्टूबर २०२०: बागपत में यमुना नदी में साधु वेशभूषा वाले अधेड़ का शव मिला।
१० अक्टूबर २०२०: गोंडा में इटियाथोक में रामजानकी मंदिर के महंत सम्राट दास की गोली मारकर हत्या।
११ अक्टूबर २०२०: गोंडा में रामजानकी मंदिर के पुजारी बाबा सम्राट दास की गोली मारकर हत्या।
०५ दिसंबर २०२०: गोरखपुर के हरपुर बुदहट में साधु ललई की गला रेतकर हत्या।
११ अक्टूबर २०२०: गोंडा में रामजानकी मंदिर के पुजारी बाबा सम्राट दास की हत्या।
०४ अप्रैल २०२१: गोरखपुर के चौरीचौरा में साधु परोरा की सिर कुचलकर हत्या।
२६ जून २०२१: बिजनौर में गांव उमरी में मां काली मंदिर के पुजारी दयानंद गिरि की पीट-पीट कर हत्या।
२९ जून २०२१: मेरठ के मुंडाली के बढ़ला गांव में साधु चंद्रपाल की र्इंट से कुचलकर हत्या।
१५ जुलाई २०२१: बुलंदशहर के बुगरासी चौकी के गांव बुकलाना में चामुडा मंदिर की साध्‍वी की गला दबाकर हत्‍या।
२४ जुलाई २०२१: गोरखपुर के मकरहट स्थित राम जानकी मंदिर के साधु राजेंद्र बाबा की संदिग्ध हालात में मौत।
१६ अगस्त २०२२: ओरैया के मंदिर में ३ साधुओं की हत्या।
२० अगस्त २०२२: प्रयागराज में एक साधु की हत्या कर दी गई।
५ दिसंबर २०२२: अलीगढ़ में ७० वर्षीय साधु बुद्धसेन की हत्या।