Sunday, November 24, 2024

राज्यराष्ट्रीय

एसवीबी के डूबने से मुश्किल में भारतीय स्टार्टअप

SG

नई दिल्ली

सिलिकॉन वैली बैंक क्राइसिस के कारण 60 से ज्यादा भारतीय स्टार्टअप्स को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसमें से 40 स्टार्टअप्स ऐसे हैं, जिनके 2 करोड़ रुपए से 8 करोड़ रुपए एसवीबी बैंक में जमा हैं। वहीं 20 स्टार्टअप्स के अकाउंट में 8 करोड़ रुपए से ज्यादा जमा हैं। इस तरह इन स्टार्टअप्स के बैंक में करीब 400 करोड़ रुपए जमा है। बैंक ट्रांजेक्शन पर अमरीकी सरकार की 13 मार्च तक लगाई रोक के कारण इन स्टार्टअप्स का पैसा अटक गया है और कई ऑपरेशन रुक गए हैं। ऐसे में इस संकट से निपटने के लिए भारत सरकार स्टार्टअप फाउंडर्स के साथ अगले हफ्ते मीटिंग करने जा रही है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि मीटिंग में यह देखेंगे कि संकट के समय सरकार उनकी मदद कैसे कर सकती है। उधर इस क्राइसिस का असर अन्य बैंकों पर न पड़े, इसके लिए फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कार्पोरेशन और फेडरल रिजर्व एक फंड तैयार करने का प्लान बना रहे हैं।

अमरीकी फेडरल रिजर्व ने सोमवार यानी 13 मार्च को इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई है। इसमें अमरीकी फेडरल रिजर्व बोर्ड ऑफ गवर्नर्स इस क्राइसिस से निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे। इस मामले में जानकार लोगों का कहना है कि रेगुलेटरी ने भी बैंकिंग अधिकारियों से बातचीत करके इससे निपटने का उपाय निकालने पर चर्चा की है। उम्मीद है कि इस तरह का कोई भी कदम लोगों में घबराहट को रोकने में मदद करेगा। ये उपाय एसवीबी क्राइसिस को जल्दी से जल्दी कंट्रोल करने के लिए किया जा रहा है। सिलिकॉन वैली बैंक क्राइसिस के बाद कई जगह ऐसी चर्चाएं हैं कि पेटीएम में अभी भी ैटठ का निवेश है।

पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने ट्विटर पर लिखा कि सिलिकॉन वैली बैंक ने पेटीएम में किए निवेश को काफी पहले ही निकाल लिया था। बैंक ने अन्य प्राइवेट इंवेस्टर्स को अपनी हिस्सेदारी बेच दी थी। सिलिकॉन वैली बैंक ने पेटीएम में कुल 17 लाख डॉलर करीब 13.93 करोड़ रुपए का निवेश किया था। अमरीका का 16वां सबसे बड़ा बैंक सिलिकॉन वैली बैंक को रेगुलेटर्स ने बंद करने का आदेश दिया है। कैलिफोर्निया के डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल प्रोटेक्शन और इनोवेशन ने ये आदेश जारी किया है। बैंक की मूल कंपनी एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप के शेयरों में 9 मार्च को 60 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके बाद इसे कारोबार के लिए रोक दिया गया। ये अमरीका के इतिहास मेें बड़ा फेल्योर हैं