जोधपुर। जोधपुर हिंसा से संबंधित घटनाओं के सिलसिले में जिले भर में भारी पुलिस बल तैनात है। तनाव के बाद से अब तक 97 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। जिले में कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। यहां उच्च स्तरीय अधिकारियों को तैनात किया गया है। जिले में होने वाली हर छोटी-बड़ी घटना पर नजर रखी जा रही है। बता दें कि जोधपुर शहर में ईद से एक दिन पहले तनाव के बाद मंगलवार को 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करते हुए अधिकारियों को ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने राज्यपाल को लिखा पत्र
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राज्यपाल कलराज मिश्र से जोधपुर में हुई हिंसा की घटनाओं की जांच शुरू करने और राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य सरकार को आवश्यक निर्देश पारित करने का अनुरोध किया है।
सतीश पूनिया ने एक पत्र के माध्यम से राज्यपाल से अनुरोध करते हुए लिखा है- आपसे (राज्यपाल) विनम्रतापूर्वक अनुरोध है कि घटनाओं की निष्पक्ष जांच की जाए और मामले का संज्ञान लेते हुए, कृपया राज्य सरकार को आवश्यक निर्देश दें, ताकि राज्य में शांति स्थापित हो सके और ऐसी सांप्रदायिक घटना दोबारा न हो। उन्होंने राज्यपाल से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी आग्रह किया।
पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर के जालोरी गेट सर्कल में ईद की नमाज के बाद भी झड़प हो गई थी। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद सोमवार को जालोरी गेट चौराहे पर बालमुकंद बिस्सा में अलग-अलग झंडे लहराने को लेकर दो गुटों के बीच पथराव की घटनाओं के बाद जिले में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। गौरतलब है कि शहर मे हालात पर आला अधिकारी नजर रखे हुए हैं। सुरक्षा के मददेनजर 1000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। शहर में मोबाइल इंटरनेट सेवा फिलहाल बंद कर दी गई है। घटना में घायल हुए लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, इनमें से कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।