Sunday, November 24, 2024

राज्य

विधान परिषद चुनाव में भी भाजपा का जलवा, 36 में से 33 सीट जीती; समाजवादी पार्टी का सफाया

In the Legislative Council elections, the BJP also won 33 out of 36 seats; Samajwadi Party wiped out

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी की आंधी चल रही है। विधानसभा चुनाव 2022 में प्रचंड बहुमत के साथ दोबारा सत्ता पर काबिज होने वाली भाजपा ने विधान परिषद के चुनाव में भी परचम लहराया है। भाजपा ने 36 में से 33 सीट पर कब्जा जमाया है।
इस चुनाव में उत्तर प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी का तो सफाया हो गया है। भाजपा के अलावा दो सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं जबकि एक सीट पर राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को जीत मिली है।
एक नजर में परिणाम
1- बहराइच-श्रावस्ती से भाजपा की प्रज्ञा त्रिपाठी जीतीं।
2- रायबरेली से भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह जीते।
3- जौनपुर से भाजपा के बृजेश सिंह प्रिंशू जीते।
4- देवरिया-कुशीनगर से भाजपा के रतनपाल सिंह जीते।
5- लखनऊ-उन्नाव से भाजपा के प्रत्याशी रामचंद्र प्रधान जीते।
6- बाराबंकी से भाजपा के अंगद कुमार सिंह जीते।
7- आगरा-फिरोजाबाद से भाजपा के विजय शिवहरे जीते।
8- बलिया से भाजपा के रविशंकर सिंह पप्पू जीते।
9- प्रयागराज से भाजपा के डा. केपी श्रीवास्तव जीते।
10- वाराणसी से निर्दलीय प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह जीतीं।
11- मेरठ से भाजपा के प्रत्याशी धर्मेन्द्र भारद्वाज जीते।
12- सीतापुर से भाजपा के प्रत्याशी पवन सिंह चौहानजीते।
13- गाजीपुर से भाजपा के प्रत्याशी विशाल सिंह चंचलजीते।
14- मुरादाबाद से भाजपा के प्रत्याशी सतपाल सैनी जीते
15- आजमगढ़ से निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू जीते।
16- गोरखपुर से भाजपा के प्रत्याशी सीपी चंद जीते।
17- सुल्तानपुर से भाजपा के प्रत्याशी शैलेन्द्र प्रताप सिंह जीते।
18- बस्ती से भाजपा के प्रत्याशी सुभाष यदुवंश जीते।
19- फर्रुखाबाद से भाजपा के प्रत्याशी प्रांशुदत्त द्विवेदी जीते।
20- झांसी से भाजपा की प्रत्याशी रमा निरंजन जीतीं।
21- गोंडा से भाजपा के प्रत्याशी अवधेश कुमार सिंह उर्फ मंजू जीते।
22- प्रतापगढ़ से जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अक्षय प्रताप सिंह जीते।
23- अयोध्या से भाजपा प्रत्याशी हरिओम पाण्डेय जीते।
24- फतेहपुर से भाजपा प्रत्याशी अविनाश सिंह चौहान जीते।
25- बरेली से भाजपा प्रत्याशी महाराज सिंह चुनाव जीते।
26- सहारनपुर से भाजपा की प्रत्याशी वंदना मुदित वर्मा जीतीं।
27- लखनऊ से भाजपा के रामचंद्र प्रधान जीते।
प्रतापगढ़ में राजा भैया का जलवा कायम जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के प्रत्याशी अक्षय प्रताप जीते : उत्तर प्रदेश राजनीति में पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का जलवा कायम है। विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को दो सीट मिली है, जबकि विधान परिषद चुनाव में भी प्रतापगढ़ की सीट अपने नाम कर ली है।
प्रतापगढ़ के एमएलसी चुनाव में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के प्रत्याशी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी ने 1721 मत पाकर 1107 वोटों से जीत दर्ज की है। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी हरि प्रताप सिंह को 614 मत मिले। तीसरे स्थान पर रहे समाजवादी पार्टी प्रत्याशी विजय यादव को 380 मत मिले। अक्षय प्रताप सिंह ने लगातार पांचवीं बार इस सीट पर जीत दर्ज की है।
सहारनपुर-मुजफ्फरनगर-शामली से जीती भाजपा की वंदना वर्मा : भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी वंदना मुदित वर्मा ने एमएलसी चुनाव बड़े अंतर से जीत लिया। वंदना वर्मा ने सहारनपुर-मुजफ्फरनगर-शामली विधान परिषद के चुनाव में समाजवादी पार्टी के मोहम्मद आरिफ जौला को बड़े अंतर से पराजित किया। वंदना वर्मा को 3843 मत मिले। प्रतिदंद्धी आरिफ को 842 वोट मिले। वंदना वर्मा ने 3001 वोट के बड़े अंतर से जीत हासिल की। इनके अलावा निर्दलीय सुशील कुमार को 11, मोहम्मद जाहिद को छह व प्रमोद आर्य को 18 वोट प्राप्त हुए। इस चुनाव में 212 मत निरस्त घोषित किये गए।
वंदना मुदित वर्मा मुजफ्फरनगर जनपद के कुतुबपुर गांव की रहने वाली हैं। वह दो बार से जिला पंचायत सदस्य हैं। इससे पूर्व वह कोआपरेटिव बैंक की चेयरपर्सन भी रह चुकी हैं। इनके जेठ शशांक शेखर सिंह मायावती सरकार में कैबिनेट सचिव थे। वंदना वर्मा जिला सहकारी बैंक की लगातार दो बार सभापति रह चुकी हैं। निकाय चुनाव से पहले वंदना वर्मा भाजपा में शामिल हुई थींं। इनके पति मुदित वर्मा भी बड़े कारोबारी हैं।
कानपुर-फतेहपुर सीट पर भाजपा प्रत्याशी अविनाश सिंह को मिली एकतरफा जीत : उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनाव में कानपुर- फतेहपुर स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन में भाजपा प्रत्याशी अविनाश सिंह ने बड़ी जीत दर्ज किया। अविनाश सिंह ने एकतरफा चली बयार में प्रथम वरीयता में ही 4619 मत हासिल कर लिए हैं।
उन्होंने समाजवादी पार्टी के निवर्तमान प्रत्याशी को शिकस्त दी। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी दिलीप सिंह उर्फ कल्लू को मात्र 299 मत हासिल हुए। अविनाश सिंह की जीत के बाद उनके समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया है। भाजपाइयों ने प्रत्याशी को फूल- मालाओं से लाद दिया।
इटावा-फर्रुखाबाद से जीते भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रांशुदत्त द्विवेदी : भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रांशुदत्त द्विवेदी ने इटावा-फर्रुखाबाद स्थानीय प्राधिकारी विधान परिषद सदस्य चुनाव में जीत दर्ज की है। मतगणना समाप्त होने पर जिला प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार भाजपा प्रत्याशी प्रांशुदत्त द्विवेदी 3482 मतों से चुनाव जीत गए हैं।
उन्हें कुल 4139 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी सपा प्रत्याशी हरीश यादव को मात्र 657 वोटों पर ही संतोष करना पड़ा। निर्दलीय उम्मीदवार नरेंद्र सिंह को कुल 28 वोट मिले। मतगणना के दौरान 232 वोट निरस्त किए गए। भाजपा प्रत्याशी प्रांशुदत्त द्विवेदी भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।
वाराणसी-भदोही-चंदौली सीट से निर्दलीय अन्नपूर्णा सिंह ने जीत दर्ज की, भाजपा तीसरे स्थान पर : वाराणसी-भदोही-चंदौली सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह ने जीत दर्ज की है। विधान परिषद सदस्य रहे माफिया बृजेश सिंह की पत्नी ने वाराणसी-भदोही-चंदौली सीट पर अंतिम चक्र की मतगणना के बाद जीत दर्ज की।
अन्नपूर्णा सिंह ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी उमेश यादव को हराया। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डा सुदामा पटेल तीसरे स्थान पर रहे। निर्दलीय अन्नपूर्णा सिंह को 4234, भाजपा के डा. सुदामा पटेल को 170 तथा समाजवादी पार्टी के उमेश यादव को 345 वोट मिले। यहां पर कुल 4876 में से 127 मतपत्र निरस्त भी हो गए।
आजमगढ़ से भाजपा से निष्कासित यशवंत सिंह के पुत्र निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू जीते :आजमगढ़-मऊ सीट से भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह के पुत्र निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू ने जीत दर्ज की है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को हराया है। विक्रांत को मैदान में उतारने के कारण ही भाजपा ने इनके पिता पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह को छह वर्ष के लिए पार्टी से निकाल दिया है।
मंगलवार को आजमगढ़-मऊ स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य चुनाव के परिणाम में भाजपा के बागी प्रत्याशी और एमएलसी यशंवत सिंह के पुत्र निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू 4076 मत पाकर विजयी हुए। यहां पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पूर्व विधायक अरुणकांत यादव को 1262 और समाजवादी पार्टी के राकेश कुमार यादव को 356 मत मिले हैं। निर्दलीय अंबरीश को मात्र 13 और सिकंदर कुशवाहा को तीन मत मिले। इस सीट पर पहली बार कोई निर्दल प्रत्याशी जीता है।
लखनऊ-उन्नाव सीट पर भाजपा के रामचंद्र प्रधान ने अखिलेश यादव के करीबी को दी शिकस्त : उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य के चुनाव में लखनऊ-उन्नाव सीट पर भाजपा के रामचंद्र प्रधान ने जीत दर्ज की है। रामचंद्र प्रधान ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बेहद करीबी निर्वतमान एमएलसी सुनील सिंह यादव ‘साजन’ को हराया है।
भाजपा प्रत्याशी रामचंद्र प्रधान को 3488 वोट मिले। समाजवादी पार्टी के सुनील सिंह यादव साजन को 400 वोट मिले हैं। यहां पर 88 वोट अवैध घोषित हो गए। भाजपा के रामचंद्र प्रधान के मुकाबले में समाजवादी पार्टी ने निवर्तमान विधान परिषद सदस्य को ही मैदान में उतारा था।
बहराइच से भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा त्रिपाठी को मिली जीत : विधान परिषद सदस्य बहराइच-श्रावस्ती के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा त्रिपाठी ने एकतरफा जीत दर्ज की है। भाजपा प्रत्याशी ने 3188 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। उन्हें 3369 मत मिले, जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी अमर यादव मात्र 225 मत प्राप्त कर सके। भाजपा ने इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बढ़ती लोकप्रियता को दिया है। केडीसी में सात मेजों पर मतगणना की गई।
भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा त्रिपाठी ने पहले ही राउंड निर्णायक बढ़त बना ली थी। 1996 में सुभाष त्रिपाठी के एमएलसी जीतने के बाद भाजपा को अब इस चुनाव में सफलता मिली है। स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य बहराइच-श्रावस्ती पर लगातार दो बार से समाजवादी पार्टी काबिज थी। पहले कुंवर अरुणवीर सिंह और पिछली बार हाजी इमलाक खां एमएलसी निर्वाचित हुए थे। जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र और एसपी केशव चौधरी की मौजूदगी में कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना कराई गई। केडीसी के बाहर सैकड़ों की संख्या में भाजपा समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है।
जौनपुर से भारतीय जनता पार्टी के बृजेश सिंह प्रिंसू ने जीत दर्ज की, सपा प्रत्याशी को 2357 मत से हराया : जौनपुर से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी निर्वतमान एमएलसी भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह प्रिंसू ने जीत दर्ज की है। प्रिंसू ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को 2357 मतों से शिकस्त दी। जौनपुर में एमएलसी चुनाव के मतों की गणना दस बजे पूरी हो गई।
इस दौरान भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह प्रिंसू 2357 मतों से विजयी हुए। हालांकि अभी जिला निर्वाचन अधिकारी की तरफ से अंतिम घोषणा नहीं की गई है। कुल 3961 मतों में भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह प्रिंसू को 3129 मत तथा समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी डाक्टर मनोज यादव को 772 मत मिले। इसके अलावा निर्दल प्रत्याशी भानू प्रसाद को 11 मत मिले। 51 मत अवैध घोषित किए गए हैं।
अधिकांश जिलों में भाजपा प्रत्याशी आगे तो आजमगढ़ तथा वाराणसी में निर्दलीय प्रत्याशियों ने बढ़त बनाई : विधान परिषद सदस्य के चुनाव की मतगणना के प्रथम चक्र में सीतापुर से भाजपा के पवन सिंह चौहान, रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह, प्रयागराज से केपी श्रीवास्तव, फर्रूखाबाद से प्रांशु दत्त द्विवेदी, प्रतापगढ़ से हरिप्रताप सिंह, सहारनपुर से वंदना वर्मा तथा फतेहपुर से अविनाश सिंह आगे चल रहे हैं। आजमगढ़ से आजमगढ़ से निर्दलीय विक्रांत सिंह रिशु तथा वाराणसी से निर्दलीय अन्नपूर्णा सिंह ने अन्य प्रत्याशियों पर बढ़त बना ली है।
उत्तर प्रदेश में खाली एमएलसी की 36 सीटों पर 27 सीटों के लिए शनिवार को मतदान हुआ था। मंगलवार को इनकी मतगणना हो रही है। उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग ने मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, सीतापुर, लखनऊ, रायबरेली, प्रतापगढ़, सुलतानपुर, बाराबंकी, बहराइच, गोंडा, अयोध्या, बस्ती, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी, प्रयागराज, झांसी, फतेहपुर, फर्रुखाबाद, आगरा, मेरठ व सहारनपुर में मतगणना केंद्र बनाए हैं।
बदायूं, हरदोई, खीरी, मिर्जापुर-सोनभद्र, बांदा-हमीरपुर, अलीगढ़, बुलंदशहर और मथुरा-एटा-मैनपुरी जैसे आठ स्थानीय प्राधिकरणों के निर्वाचन क्षेत्रों से नौ एमएलसी निर्विरोध चुने गए हैं। जिसमें मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकरण के निर्वाचन क्षेत्र से दो एमएलसी, जबकि बाकी निर्वाचन क्षेत्रों से एक-एक एमएलसी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। एमएलसी चुनाव परिणाम आने के साथ ही परिषद में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिलने की उम्मीद है। सौ सीटों वाली विधान परिषद में वर्तमान में भाजपा के 33 व समाजवादी पार्टी के 17 सदस्य हैं। बसपा व कांग्रेस ने इस चुनाव में हिस्सा ही नहीं लिया था।
अलग होती है मतदान तथा मतगणना की प्रक्रिया : एमएलसी चुनाव में मतदान और मतगणना दोनों की ही प्रक्रिया बाकी चुनाव से अलग होती है। विधान परिषद चुनाव में एक से ज्यादा प्रत्याशियों को वरीयता क्रम में वोट देने का विकल्प रहता है। इसलिए स्थानीय निकाय की 27 एमएलसी सीटों की मतगणना वरीयता (प्रिफरेंशियल) वोटों के आधार पर होगी। प्रथम वरीयता के वोट के आधार पर कोटा का निर्धारण किया जाएगा। कोटा निर्धारण में मान्य वोटों में दो से भाग देकर प्राप्त संख्या में एक अंक जोड़ दिया जाएगा। यानी 100 मान्य वोटों का कोटा 51 निर्धारित किया जाएगा। प्रथम गणना में ही 51 मत या इससे अधिक प्राप्त करने वाले उम्मीदवार को विजेता घोषित कर दिया जाएगा।
यदि प्रथम वरीयता के मतों में किसी प्रत्याशी को कोटा के मत नहीं मिले तो दूसरी व तीसरी वरीयता के वोट गिने जाते हैं। इनकी गिनती तब तक होती है जब तक किसी उम्मीदवार को जीत के लिए जरूरी वोट न मिल जाए। अगर अंत तक बचे दो उम्मीदवारों में भी किसी को कोटा के अनुसार जरूरी वोट नहीं मिले तो चुनाव आयोग ज्यादा वोट पाने वाले को विजेता घोषित कर देगा।