रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को और घातक हथियार देंगे अमेरिका समेत सहयोगी देश, 40 देशों के प्रतिनिधियों ने दिखाई एकजुटता
रैमस्टीन एयर बेस (जर्मनी): यूक्रेन के मुद्दे पर अमेरिका व उसके पश्चिमी सहयोगी देशों और रूस के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिका और सहयोगी देशों ने यूक्रेन को और घातक हथियार देने का फैसला किया है। साथ ही यूक्रेन की मदद पर परमाणु युद्ध की रूस की चेतावनी को भी खारिज कर दिया है।
यूक्रेन को होगी घातक हथियारों की आपूर्ती
जर्मनी के रैमस्टीन एयर बेस पर अमेरिका समेत 40 देशों के प्रतिनिधियों की बैठक में यूक्रेन को भारी हथियारों से लैस करने का फैसला किया गया है। इसी एयर बेस पर अमेरिकी वायु सेना का यूरोपीय मुख्यालय है। प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टीन ने कहा कि रूसी आक्रमण के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन को सहायता देने के हमारे संकल्प के साथ दुनियाभर के देश एकजुट हैं। यूक्रेन को युद्ध में जीत का भरोसा है। यहां जमा हुए सभी लोगों का भी यही मानना है। अमेरिका और यूरोप के उसके सहयोगी देशों ने कीव को होवित्जर तोप, ड्रोन, एंटी-एयरक्राफ्ट स्टिंजर और एंटी-टैंक जवेलीन मिसाइलें देने का एलान किया है। अपने पूर्व के स्टैंड से हटते हुए जर्मनी ने भी यूक्रेन को एंटी टैंक और एंटी एयरक्राफ्ट गन देने की घोषणा की है।
किर्बी बोले, परमाणु युद्ध जीता नहीं जा सकता
यूक्रेन को अमेरिका और पश्चिमी देशों की मदद पर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की परमाणु हमले की चेतावनी को अमेरिकी मंत्रालय पेंटागन के प्रवक्ता जान किर्बी ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि चेतावनी से कोई मदद नहीं मिलने वाली। परमाणु युद्ध जीता नहीं जा सकता और यह लड़ा भी नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध के परमाणु युद्ध में बदलने का कोई कारण नजर नहीं आता।
स्वीडन और फिनलैंड लेंगे नाटो की सदस्यता
स्वीडिश मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्वीडन और फिनलैंड नाटो की सदस्यता लेने के लिए संयुक्त रूप से आवेदन करने की तैयारी कर रहे हैं। दोनों देश 16-20 मई के बीच आवेदन कर सकते हैं। उसी दौरान फिनलैंड के राष्ट्रपति सौली निनिस्तो स्वीडन के आधिकारिक दौरे पर होंगे। रूस ने नाटो में शामिल होने पर दोनों देशों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।