नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान असानी आज पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटवर्तीय क्षेत्रों में अपना असर दिखाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल और ओडिशा के समुद्री इलाकों में 90 से 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चल सकती हैं। इस दौरान कई जगहों पर बारिश भी होगी। तूफान का असर बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ में भी रहेगा। 11 से 13 मई तक यहां बारिश होगी, साथ ही तेज हवाएं भी चलेंगी। वहीं एयरपोर्ट अथॉरिटी चेन्नई ने बताया कि साइक्लोन असानी के कारण चेन्नई हवाई अड्डे से हैदराबाद, विशाखापत्तनम, जयपुर और मुंबई सहित 10 उड़ानें रद कर दी गईं है। यात्रियों को इसकी सूचना कल ही दे दी गई थी।
मौसम विज्ञान केंद्र भुवनेश्वर ने बताया कि चक्रवाती तूफान आसनी पिछले 6 घंटे के दौरान पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में 12 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ा। यह फिलहाल पुरी के करीब 590 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम और गोपालपुर, ओडिशा से लगभग 510 किमी दक्षिण-पश्चिम में है।
असानी चक्रवात 10 मई की रात तक उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ना जारी रखेगा। इसके बाद, यह उत्तर-पूर्व दिशा में ओडिशा तट से उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर मुड़ेगा। अगले 24 घंटे में इसके कमजोर पड़ने की आशंका है।
तट से नहीं टकराएगा चक्रवात मगर सभी बंदरगाहों को किया अलर्ट
दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी से उठा असानी चक्रवात के अगले 24 घंटे में ओडिशा समुद्र तट पहुंचने की बात कही जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात का असर ओडिशा के अलावा आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़ व अन्य प्रदेशों में दिखेगा। इस दौरान कई इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने बताया कि चक्रवात असानी वर्तमान में दक्षिण पूर्व अंडमान में है, जो उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। 10 मई तक उसी दिशा में आगे बढ़ने की उम्मीद है। बाद में, यह विशेष रूप से ओडिशा के समानांतर आगे बढ़ेगा। 11 मई शाम तक पुरी के दक्षिण में पहुंचेगा।
मौसम विज्ञान विशेषज्ञ उमाशंकर दास ने कहा है कि चक्रवात असानी मंगलवार की शाम तक चक्रवात असानी उत्तर आंध्र प्रदेश व ओडिशा के समीप समुद्र में पहुंचेगा, हालांकि यहां से यह उत्तर पूर्व की दिशा में आगे बढ़ जाएगा। ओडिशा में स्थल भाग से नहीं टकराएगा। हालांकि चक्रवात के प्रभाव से दो दिन तटीय ओडिशा में तेज हवा के साथ भारी बारिश होगी, ऐसे में सभी बंदरगाहों को अलर्ट कर दिया गया है। चक्रवात को देखते हुए मछुआरों को समुद्र से लौट आने के निर्देश जारी किए गए हैं।