नई दिल्ली। असम में बाढ़ से स्थिति और बिगड़ गई है। 22 जिलों में बाढ़ के चलते दो बच्चों सहित 6 और लोगों की जान चली गई। इसके अलावा 7 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। इस साल बाढ़ और भूस्खलन के कारण असम में मरने वालों की संख्या अब 24 हो गई है।
बाढ़ में डूबे कई लोग
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, नागांव जिले के कामपुर राजस्व मंडल में चार लोग डूब गए। रविवार को बताया गया था कि होजई जिले के डोबोका में एक व्यक्ति और कछार के सिलचर में एक बच्चे की भी मौत हो गई है।
बाढ़ की चपेट में ये जिले
बारपेटा, विश्वनाथ, कछार, दरांग, गोलपारा, गोलाघाट, हैलाकांडी, जोरहाट, कामरूप, कार्बी आंगलोंग पश्चिम, करीमगंज, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नगांव, सोनितपुर और उदलगुरी में बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित हैं।
अर्धसैनिक बल, एसडीआरएफ तैनात
राहत और बचाव कार्य के लिए सेना, अर्धसैनिक बलों, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं, एसडीआरएफ, नागरिक प्रशासन और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों को तैनात किया है।
वायुसेना ने संभाला मोर्चा
असम में बाढ़ के जारी कहर को देखते हुए वायुसेना ने मोर्चा संभाल लिया है। वायुसेना के जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। वह बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ ही बचाव दल और राहत सामग्री को बाढ़ के कारण कटे हुए क्षेत्रों में भी पहुंचा रहे हैं।
खतरे के निशान से ऊपर ब्रह्मपुत्र का जलस्तर
ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। जोरहाट जिले के नीमतीघाट और नागांव जिले के कामपुर क्षेत्र में कोपिली नदी भी खतरे के निशान से ऊपर है।
आपातकालीन उड़ान सेवा हुई शुरु
असम में बाढ़ के कारण परिवहन संपर्क बाधित है, जिसके चलते उड़ान योजना के तहत गुवाहाटी और सिलचर के बीच एक आपातकालीन उड़ान सेवा शुरू की गई है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि इस उड़ान सेवा में टिकट की लागत 3,000 रुपये प्रति सीट होगी।