Thursday, November 28, 2024

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इस राज्य में रविवार के बजाय शुक्रवार को सब स्कूल बंद रहते हैं जुम्मे की नमाज की वजह से पढ़े खबर

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जामताडा (झारखंड) : जुमे की नमाज के लिए रविवार की जगह शुक्रवार को रहता है 100 सरकारी विद्यालयों को अवकाश

July 9, 2022

मुस्लिम जनसंख्या बढने से शुक्रवार को रहता है अवकाश

प्रशासन को खबर तक नहीं !

झारखंड : रविवार, छुट्टी वाला दिन। इस दिन विद्यालय, महाविद्यालय, बैंक समेत ज्यादातर सरकारी संस्थान बंद रहते हैं। यह परंपरा कई सालों से चली आ रही है और नियम भी है कि रविवार को पूरे दिन का अवकाश रहेगा। किंतु झारखंड के जामताड़ा में ऐसा नहीं होता। यहां रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी होने लगी है। हालांकि यह छुट्टी सरकारी नहीं बल्कि जबरन करवाई गई है। क्योंकि यहां 70% से अधिक जनसंख्या मुस्लिम समाज की है।

मामला झारखंड के जामताड़ा जिले का है। यहां स्थानीय लोगों ने सरकारी नियमों को तोडते हुए विद्यालयों पर मनमाने नियम थोप दिए हैं। इलाके के सैकडों विद्यालयों में अब सरकारी नियमों के हिसाब से रविवार को साप्ताहिक अवकाश नहीं होता, बल्कि शुक्रवार (जुमा) को छुट्टी रहती है।

 

2-3 विद्यालयों से शुरू हुई मनमानी 100 विद्यालयों तक पहुंची

 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुरुआत में केवल 2-3 विद्यालयों में यह नियम बदलने की शुरुआत हुई थी। यहां के कुछ मुस्लिम युवकों ने नियम बदलने का दवाब बनाया था। फिर बाद में यह मनमर्जी बढते हुए 100 से ज्यादा विद्यालयों तक पहुंच गई। इन युवकों ने विद्यालय मैनेजमेंट पर दबाव बनाया कि इलाके में 70 फीसदी से अधिक मुस्लिम जनसंख्या है और यहां के विद्यालयों में मुस्लिम बच्चे भी अधिक हैं, इसलिए यहां रविवार को पढ़ाई होगी और शुक्रवार को छुट्टी रहेगी। बता दें कि, मुस्लिम समाज में शुक्रवार को जुमे की नमाज पढी जाती है।

 

वहीं इस मामले की स्थानीय प्रशासन और अधिकारियों को भी कोई जानकारी नहीं है। एक अधिकारी के अनुसार, उनके पास इस विषय में कोई जानकारी नहीं है। यदि मामला असंज्ञान में आता है तो जांच कराई जाएगी और उचित कार्यवाही की जाएगी।

 

 

वहीं इस मामले को लेकर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, ‘मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, आप झारखंड को किस ओर ले जा रहे हैं? समाज में ज़हर घोलने वाली ऐसी अंसंवैधानिक कार्रवाई पर न सिर्फ़ तुरंत रोक लगाइये बल्कि ऐसे समाज विरोधी ताक़तों पर कठोर कार्रवाई कीजिये।’

 

स्रोत : इंडिया टीवी