राष्ट्रीय

चीन पर भारत का दूसरा डिजिटल प्रहार! सरकार ने अब 47 ऐप्स को किया बैन

 

दिव्य प्रभात के पोर्टल में विज्ञापन लगवाए और अपने व्यवसाय को बढ़ाएं और आसमान की ओर दिव्या प्रभात के ग्रुप से अभी जुड़े 94588 77990

एक नजर विज्ञापन विज्ञापन की ओर

.     कॉलेज की फैसिलिटी पर नजर डालेंगे

कॉलेज की बिल्डिंग का नजारा जो आपको मन को भाए दोबारा बच्चा भी यही कहें मुझे  यही पढ़ना है एसडी कॉलेज ऑफ लॉ में

कॉलेज की कैंटीन स्वच्छता के माध्यम से खाना पीना सब मिलता है

पढ़ाई के साथ-साथ खेल रुचि में भी अपनी दिलचस्पी बनाए

यहां से पढ़िए पूरी खबर

चीन पर भारत का दूसरा डिजिटल प्रहार! सरकार ने अब 47 ऐप्स को किया बैन
Chinese App Ban: दरअसल ये 47 ऐप्स बैन हुए 59 ऐप्स की क्लोनिंग कर रहे थे. उदाहरण के तौर पर चीनी ऐप टिकटॉक (TikTok Lite) बैन होने के बाद टिकटॉक लाइट के रूप में मौजूद था.केंद्र सरकार ने चीनी टेक कंपनियों के खिलाफ एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है. भारत सरकार ने चीन के 47 अन्य ऐप्स को बैन कर दिया है. इसे मोदी सरकार का चीन पर दूसरा डिजिटल स्ट्राइक कहा जा रहा है. दरअसल ये 47 ऐप्स बैन हुए 59 ऐप्स की क्लोनिंग कर रहे थे. उदाहरण के तौर पर चीनी ऐप टिकटॉक बैन होने के बाद टिकटॉक लाइट के रूप में मौजूद था. इससे पहले सरकार ने चीन के 59 ऐप्स बैन कर दिए थे, जिनमें टिकटॉक, Shareit, कैमस्कैनर जैसी कई पापुलर ऐप्स शामिल थीे. इसके अलावा पता चला है कि सरकार ने 275 अन्य चीनी ऐप्स की लिस्ट बनाई है.

सरकार चेक कर रही है कि ये ऐप्स किसी भी तरह से नेशनल सिक्योरिटी और यूज़र प्राइवेसी के लिए खतरा तो नहीं बन रही हैं. सूत्रों के मुताबिक जिन कंपनियों का सर्वर चीन में है, उन पर पहले रोक लगाने की कोशिश की जा रही है.सूत्रों के मुताबिक तैयार की जा रही लिस्ट में कुछ टॉप गेमिंग चीनी ऐप्स भी शामिल हैं, जिन्हें बैन किया जा सकता है. रिव्यू की जा रही ऐप्स की लिस्ट में Xiaomi के बनाये गये Zili ऐप, ई-कॉमर्स Alibaba का Aliexpress ऐप, Resso ऐप और Bytedance का ULike ऐप शामिल है. इस डेवलपमेंट से जुड़े एक शख्स ने बताया कि सरकार इन सभी 275 ऐप्स को, या इनमें से कुछ ऐप्स को बैन कर सकती है.

आधिकारिक सूत्र के मुताबिक पाया गया है कि कुछ ऐप्स राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक हैं. साथ ही कुछ ऐप डेटा शेयरिंग और प्राइवेसी के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.l