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सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि चुनाव के दौरान कई भ्रम जान-बूझकर खड़े किए जा रहे हैं, जबकि सरकार की मंशा सेवा करने की रही है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार को राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ शिमला में भावुक होकर कहा कि सिरमौर वालो, मामा ने अपना फर्ज पूरा कर दिया है। अब भांजों की बारी है। मुख्यमंत्री बोले – मुझे मामा कहकर सिरमौर के लोगों ने मेरे साथ एक रिश्ता बना दिया है। उन्हें मामा संबोधन बहुत अच्छा लगा है। जयराम ठाकुर ने कहा कि हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा मिलने के बाद यह सामान्य काम नहीं हुआ है।
यह सिरमौर के लोगों की अगली पीढ़ियों के लिए भी बहुत बड़ा काम हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर काम का फालोअप करती है, मगर इस मसले पर सबसे ज्यादा किया गया है। पीटरहॉफ शिमला में इससे पहले हाटी समुदाय के लोगों ने बाहर प्रांगण में नाटी पर भी नृत्य किया और लोक संस्कृति का प्रदर्शन किया। इस मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सम्मानित किया और इस उपलब्धि के लिए उनका धन्यवाद किया।
परंपरागत टोपी, लोईया और डांगरा भेंट कर सम्मानित किया
सीएम जयराम ठाकुर को राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ शिमला में केंद्रीय हाटी समिति ने परंपरागत टोपी, लोईया और डांगरा भेंट कर सम्मानित किया। समिति के अध्यक्ष डा. अमीचंद कमल ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार जताया।
कर्मचारियों ने दिया था नारा
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) के लिए संघर्ष कर रहे कर्मचारियों ने धरना दिया था। उस दौरान मामा संबोधन के साथ एक नारा भी दिया था। यह नारा बहुत वायरल हुआ। विपक्ष ने भी इसे सरकार के खिलाफ हथियार बनाया। अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसी नारे को सकारात्मक रूप से लेते हुए सिरमौर के लोगों को भांजा कहकर संबोधित किया है।
तोमर तो यहां तक बोले थे हाटी समुदाय का काम नहीं हुआ तो मुझे टिकट मत देना
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि शिलाई से भाजपा के पूर्व विधायक बलदेव तोमर उनसे रोज संपर्क में रहते थे। वह हर रोज उन्हें व्हाट्सएप पर संदेश भेजते थे। उन्होंने तो इतना तक कह डाला था कि अगर हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा नहीं दिया गया तो उन्हें टिकट ही न दिया जाए। वह इस मसले पर बहुत भावुक थे। पांवटा के विधायक सुखराम चौधरी और पच्छाद की विधायक रीना कश्यप भी उनसे लगातार इस बारे में बात करते रहे।
कई भ्रम जान-बूझकर खड़े किए जा रहे, हमारी मंशा सेवा की
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि चुनाव के दौरान कई भ्रम जान-बूझकर खड़े किए जा रहे हैं, जबकि सरकार की मंशा सेवा करने की रही है। सीएम ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकारों ने इस बारे में कभी भी गंभीरता नहीं दिखाई। मई 2005 में भी प्रदेश सरकार ने प्रस्ताव भेजा, मगर उसे खारिज कर दिया गया। इसके बाद पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व की सरकार ने फिर प्रयास किए।
4 अगस्त 2018 को उन्होंने खुद केंद्रीय गृह मंत्री से निवेदन किया। चार दिन पहले भी उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से बात की कि यह बुधवार की कैबिनेट में जाना चाहिए। इसके बाद यह मामला चला भी गया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, अनुराग ठाकुर आदि का इसके लिए आभार जताया।