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10 साल पुरानी दोस्त ने जज को ज़हरीला आटा दिया था, जिसे खाकर परिवार के दो लोगों की मौत हुई
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10 साल पुरानी दोस्त ने जज को ज़हरीला आटा दिया था, जिसे खाकर परिवार के दो लोगों की मौत हुई
लालिमा
जुलाई 30, 2020 10:41 AM
10 साल पुरानी दोस्त ने जज को ज़हरीला आटा दिया था, जिसे खाकर परिवार के दो लोगों की मौत हुई
बाएं से दाएं: जज महेंद्र त्रिपाठी और वो आटा, जिसकी रोटियां खाने के बाद सेहत बिगड़ी थी. (फोटो- रवीश पाल सिंह)
मध्य प्रदेश का बैतूल ज़िला. यहां ज़िला न्यायालय में पोस्टेड एक जज और उनके बेटे की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी. बैतूल पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी. 29 जुलाई को पुलिस ने एक महिला समेत छह लोगों की गिरफ्तारी की. इंडिया टुडे ग्रुप के रवीश पाल सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि महिला ने ही जज को ज़हरीला आटा दिया था. वो पूरे परिवार को मारना चाहती थी. आरोपी महिला और जज पिछले 10 साल से एक-दूसरे को जानते थे.
क्या है पूरा मामला?
जज महेंद्र त्रिपाठी एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज के तौर पर पोस्टेड थे. 20 जुलाई की रात उनके परिवार ने साथ खाना खाया. एक परिचित ने उन्हें आटा दिया था, इसी आटे से बनी रोटियां जज के परिवार ने खाई थी. पत्नी ने उस रात रोटी की जगह चावल खाए थे. इसलिए उन्हें छोड़कर जज और उनके दो बेटे बीमार पड़ गए. इलाज हुआ, तो छोटा बेटा बच गया, लेकिन जज और उनका बड़ा बेटा अभियान राज त्रिपाठी नहीं बच सके. फूड पॉयजनिंग और ज़हर समेत कई एंगल से पुलिस ने जांच शुरू की. आटे का सैंपल भी टेस्ट के लिए भेजा गया था.
क्या बताया पुलिस ने?
बैतूल सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (SP) सिमाला प्रसाद ने बताया कि पूछताछ के दौरान एक महिला के बारे में पता चला, जिसका नाम संध्या सिंह है. दस साल से जज से जान-पहचान थी. संध्या का फोन बंद आ रहा था. एक दिन पहले रीवा में उसका फोन चालू हुआ. पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस की और महिला समेत पांच अन्य लोगों को गिरफ्तार करके बैतूल ले आई.
कैसे और क्यों मारा?
पुलिस ने बताया कि संध्या बैतूल के पास छिंदवाड़ा की रहने वाली थी. वहां NGO का काम करती थी. संध्या ने जज महेंद्र त्रिपाठी को एक तांत्रिक के बारे में बताया. कहा कि वो तांत्रिक जज के परिवार में चल रही कलह और खराब चल रही तबीयत को ठीक कर देगा. संध्या ने जज से कहा कि वो अपने घर से थोड़ा आटा लेकर आएं. उस आटे में तांत्रिक तंत्र-मंत्र करेगा, उसके बाद जब आटा दोबारा घर पहुंचेगा, तो सारी दिक्कतें ठीक हो जाएंगी. जज ने संध्या की बात मानी, उसे घर से आटा ले जाकर दिया और यही आटा संध्या ने कुछ दिन बाद जज को वापस किया. इसी आटे से बनी रोटियां खाने के बाद पूरे परिवार की तबीयत बिगड़ी और जज समेत उनके बड़े बेटे की मौत हो गई.
जांच में पुलिस को पता चला कि घटना से पहले संध्या बैतूल भी आई थी. उसकी गाड़ी की लोकेशन बैतूल में दिख रही थी. पूछताछ में पता चला कि कुछ दिनों से संध्या और जज के बीच किसी लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था, जज अपना पैसा वापस मांग रहे थे. इसी के चलते संध्या ने उनके पूरे परिवार को खत्म करने की प्लानिंग की थी.