शिमला
हिमाचल की मतदाताओं ने शनिवार को हुए मतदान के दौरान राज्य की नई सरकार को पूरे जोश के साथ चुन लिया है। 75 फीसदी से ज्यादा वोटिंग रिकार्ड हो चुकी है और पोस्टल बैलेट मिलाकर यह आंकड़ा थोड़ा और बढ़ सकता है। विधानसभा चुनाव में हिमाचल ने इससे पहले 2012 में 73 फीसदी से ज्यादा और 2017 में 75 फीसदी से ज्यादा वोट किया था। इन दोनों चुनावों के बीच का आंकड़ा ही इस बार चुनाव में रहेगा। सोलन जिला कादून विधानसभा क्षेत्र 85 फीसदी के साथ टॉपर रहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का चुनाव क्षेत्र सिराज, सोलन के दून, सिरमौर जिला का शिलाई विधानसभा क्षेत्र और बिलासपुर की श्री नैना देवी पर बंपर वोटिंग हुई है। जिन विधानसभा क्षेत्रों में कम मतदान हुआ है, उनमें शिमला शहरी में 62 फ़ीसदी, बैजनाथ में 63 फ़ीसदी और जयसिंहपुर में 65 फीसदी वोटिंग दर्ज हुई है। उधर, जिलाबार आंकड़ों की बात करें, तो शनिवार देर रात तक हुए मतदान में कांगड़ा जिला में 76 फीसदी, ऊना में 77.28, चंबा में 74.02, बिलासपुर में 76.21, लाहुल-स्पीति में 77.89, हमीरपुर में 71.18, मंडी में 75.17, कुल्लू में 76.88 फीसदी, सोलन 75.10, सिरमौर 72.35, शिमला 72.05 व किन्नौर में 70.23 फीसदी मतदान हुआ। हालांकि अभी इन आंकड़ों में परिवर्तन संभावित है।
हिमाचल में इस बार चुनाव ताज या रिवाज बदलने के लिए हो रहा है। सत्तारूढ़ दल भाजपा ने नारा दिया है कि बारी-बारी सरकार बदलने का रिवाज बदलकर दोबारा से भाजपा ही सत्ता में आएगी, जबकि कांग्रेस का कहना है कि सत्ता का ताज बदला जाएगा यानी अब सरकार कांग्रेस की होगी। इन नारों के पर चले चुनाव प्रचार के बाद शनिवार को पूरे प्रदेश के 7881 मतदान केंद्रों पर वोटिंग हुई सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक वोटिंग का टाइम थाए लेकिन रात 9:00 बजे तक कुछ मतदान केंद्रों पर वोटिंग पूरी हो पाई। इस बार के चुनाव के लिए 5592828 मतदाता प्रदेश में थे और इनमें से करीब 75 फ़ीसदी ने मतदान किया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुरए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डाए कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंहए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री समेत सभी प्रमुख नेताओं ने हिमाचल में अपने बूथ पर जाकर वोट दिया। मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब 8 दिसंबर को मतगणना होगी। सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम मशीनों को रखने के लिए स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं और यह मशीनें अब 8 दिसंबर की सुबह ही खुलेगी।
हिमाचल की जनता का फैसला भी उसी दिन सामने आएगा। मतदान के दिन तीन शिकायतें भी कांग्रेस की तरफ से की गई हैं। चुनाव आयोग को भेजी गई शिकायतों में पहली शिकायत कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के नाम से जारी उस फर्जी पत्र की हैए जिसमें भाजपा को बहुमत दिखाया गया है। दूसरी शिकायत मतदान प्रक्रिया के दौरान दिन को धीमा मतदान करवाने की है। यह आरोप पोलिंग पार्टियों या प्रशासन पर लगाया गया है। तीसरी शिकायत रामपुर सीट पर हुई यह घटना की की गई हैए जिसमें आरोप था कि ईवीएम मशीन निजी गाड़ी में ले जाए जा रही थी। हालांकि तहसीलदार और एसडीएम मौके पर हैं और मामले में तथ्य अभी स्पष्ट नहीं हुए हैं। धीमी वोटिंग के विवादों के बीच कई मतदान केंद्रों पर रात 9रू00 बजे तक भी वोट पड़े। सुजानपुरए जोगिंदर नगर और सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्रों के कुछ बूथ तो ऐसे थे, जहां 7:00 बजे के बाद भी मतदान चल रहा था।
भाजपा सत्ता में आएगी-जयराम: शनिवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल की जनता भारतीय जनता पार्टी को फिर से सत्ता में लाने के लिए तैयार है। हमने पिछले 5 साल जिस तरह गरीब के करीब रहकर सेवा की है, उसका परिणाम भाजपा को मिलेगा। 8 दिसंबर को हमारे पक्ष में नतीजे आएंगे और हिमाचल में बारी-बारी की सरकार का रिवाज भी टूट जाएगा। चुनाव में हुआ मतदान इसके संकेत दे रहा है। महंगाई के खिलाफ वोट हुआ-प्रतिभा: हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि हिमाचल विधानसभा चुनाव में जिस तरह से मतदान हुआ है, उससे साबित होता है कि प्रदेश की जनता ने धनबल से ज्यादा जनबल को महत्त्व दिया है। आठ दिसंबर को नतीजे आने के बाद कांग्रेस पार्टी हिमाचल में बहुमत से सरकार बनाएगी। इस प्रदेश की महिलाओं ने महंगाई के खिलाफ वोट दिया है, जबकि युवा बेरोजगारी से परेशान थे।