दिल्ली शराब घोटाला : केस लड़ने के लिए सरकारी खजाने से कांग्रेस वकीलों पर फूँक दिए 28 करोड़ रूपए
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अपने आपको सबसे ईमानदार का ढोल पीटने वाले अरविन्द केजरीवाल किस तरह सरकारी खजाने का दुरूपयोग कर ऐश कर रहे हैं। ये वही केजरीवाल है, जो तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित एवं कांग्रेस के भ्रष्टाचारी 370 सबूतों को चुनावी सभाओं में लहराते थे, लेकिन खुद कितने भ्रष्टाचारी हैं, सरकारी खर्चे पर विदेशी अख़बारों में अपनी सरकार की प्रशंसा छपवा जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है। यह सत्ता परिवर्तन होते ही सामने आएगा।
दिल्ली का शराब घोटाला न केवल अरविंद केजरीवाल सरकार बल्कि दिल्ली के सरकारी खजाने के लिए भी भरा पड़ रहा है। हाल ही में सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली सरकार शराब घोटाले में पैरवी करने वाले वकीलों को 25 करोड़ रुपए से अधिक दे चुकी है। वहीं, बीते 18 महीनों में वकीलों की फीस के रूप में 28.10 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि शराब घोटाले की पैरवी करने के लिए आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा कॉन्ग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी को 18.97 करोड़ रुपए दिए हैं। वहीं, जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन की पैरवी करते दिखाई देने वाले वकील राहुल मेहरा को 5.30 करोड़ रुपए दिए गए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सिंघवी को साल 2021-22 के दौरान, पहले तो 14.85 करोड़ रुपए दिए गए। लेकिन, बाद में 4.1 करोड़ रुपए दिए गए हैं। मेहरा का भुगतान, जो 2020-21 में बयान की व्यय सूची में 2.4 लाख रुपए के रूप में दिखाया गया था, 2021-22 में बढ़कर 3.9 करोड़ रुपए हो गया और वर्तमान में 1.3 करोड़ रुपए दर्ज किया गया।
सूत्रों के हवाले से यह भी कहा गया है कि शराब घोटाला सामने आने से पहले, दिल्ली में आप सरकार का कुल खर्च केवल 6.70 करोड़ रुपए था। इसमें, अधिकांश खर्च सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) और स्वास्थ्य विभाग के लिए खर्च किया जाता था।