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AAP विधायक मोहिंदर गोयल ने विधानसभा में झोले से पैसे निकालकर टेबल पर रख दिए और नोटों की गड्डियां हाथों में उठाकर कहा, ‘यह वह टोकन मनी है, जो मुझे रिश्वत के तौर पर दिए गए।
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के एक विधायक मोहिंदर गोयल ने बुधवार को दिल्ली विधानसभा में गंभीर आरोप लगाए हैं। गोयल ने कहा कि भ्रष्टाचार के एक मामले में उन्हें खरीदने की कोशिश की गई। दिल्ली विधानसभा में बुधवार को महेंद्र गोयल ने सरेआम नोटों के बंडल लहराए। गोयल ने आरोप लगाया कि उन्हें रिश्वत देने की कोशिश की गई है। उनका कहना था कि अस्पताल में कांट्रैक्ट पर भर्ती में धांधली हुई है और उन्हें मुंह बंद रखने के लिए ये पैसे दिए गए हैं।
गोयल ने कहा कि उन्होंने यह मुद्दा उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के सामने भी उठाया था। गोयल ने विधानसभा में झोले से पैसे निकालकर टेबल पर रख दिए और नोटों की गड्डियां हाथों में उठाकर कहा, ‘यह वह टोकन मनी है, जो मुझे रिश्वत के तौर पर दिए गए। मैंने पैसे के बदले नौकरी दिए जाने का मुद्दा मुख्य सचिव और उपराज्यपाल के सामने भी रखा। मैंने उन्हें चिट्ठी भी लिखी। मैं जान जोखिम में डालकर यह काम कर रहा हूं। मुझे आवाज न उठाने के लिए ये पैसे दिए गए।’
गोयल ने बताई ‘भ्रष्टाचार’ की पूरी कहानी
गोयल ने कहा, ‘बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल में नर्सिंग आदि की भर्ती के लिए टेंडर निकला है। सरकार का क्लॉज है कि 80 फीसदी पुराने कर्मचारियों को रखना है, लेकिन ऐसा नहीं होता। इसमें बड़े स्तर पर पैसे की उगाही होती है। नौकरी हो जाने के बाद भी कर्मियों को पूरे पैसे नहीं मिलते। ठेकेदार उनमें से बहुत पैसे खुद ले लेते हैं। कर्मचारी इस मामले को लेकर अस्पताल में स्ट्राइक पर बैठे, वहां उनके साथ मारपीट हुई।’
‘मैंने LG उपराज्यपाल तक से शिकायत की थी’
AAP विधायक ने आगे कहा, ‘मैंने इसे लेकर DCP से कंप्लेन की। मुख्य सचिव और एलजी तक से शिकायत की। उन्होंने मुझसे सेटिंग की कोशिश की कि विधायक को भी मिला लें। खुलासे के लिए मैंने उनसे सेटिंग की और DCP को जानकारी दी कि मुझे 15 लाख रिश्वत का पैसा दे रहे हैं और मैं उन्हें रंगे हाथ पकड़वाना चाहता हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मैं जान जोखिम में डालकर यह काम कर रहा हूं। वे इतने दबंग लोग हैं कि मेरी जान ले सकते हैं। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।’