The Kerala Story देखने जा रहे दर्शकों को Free में ले जाने वाले साधु मगर ऑटो ड्राइवर को मिल रही सर तन से जुदा और कन्हैयालाल जैसा करने की धमकी
आखिर सरकार इस ‘सर से तन जुदा’ करने वाले गैंग और इसको समर्थन देने वालों पर कब सख्ती से पेश आएगी? क्यों नहीं इन्हें परिवार सहित किसी भी सरकारी सुविधा से हमेशा के लिए वंचित किया जाता? आखिर कब तक ये जेहादी देश में डर का आतंक फैलाते रहेंगे? फिर इनके समर्थक कहते हैं कि ‘मुसलमान डरा हुआ है’ जब डरे होने पर जेहादी हरकत है, भयमुक्त होने पर कितना आतंक मचाएंगे? सरकार को केवल इस गैंग ही नहीं, इनके समर्थकों के साथ भी उसी सख्ती से पेश आना होगा। क्योकि बिना किसी समर्थन के इस तरह की जेहादी हरकत नहीं हो सकती। इन्ही की भाषा कि देश संविधान से चलेगा, इन्हे सख्ती से बताना होगा कि संविधान क्या कहता है। देश को पाकिस्तानी आतंकियों से कम घर में ही पल रहे इन जेहादियों/आतंकियों और इनके समर्थकों से अधिक खतरा है। जनता को इन जेहादियों और इनके समर्थकों पर कार्यवाही करने के लिए निचली अदालतों से लेकर सुप्रीम कोर्ट, राज्य और केंद्र सरकारों को मजबूर करने के लिए सडकों पर आना होगा, क्योकि जब तक सरकारें सख्त नहीं होंगीं, पुलिस भी लाचार रहेगी। इस खतरनाक साज़िश को बेनकाब करने के लिए पुलिस को कोर्ट और सरकारों का संरक्षण जरुरी है।
महाराष्ट्र के पुणे में ‘द केरल स्टोरी’ (The Kerala Story) फिल्म देखने जाने वालों से किराया न लेने का ऐलान करने वाले ऑटो ड्राइवर को मौत की धमकियाँ मिलने लगी हैं। पीड़ित का नाम साधु मगर है, जिनका सिर तन से जुदा करने का ऐलान कट्टरपंथी करने लगे हैं। आरोप है कि मैसेज और कॉलिंग के जरिए साधु का हाल राजस्थान के कन्हैयालाल जैसा करने की भी धमकी दी जा रही है। ये धमकियाँ विदेशी नंबरों से आ रही हैं। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई है और धमकियों के सबूत भी दिए हैं।
दरअसल पुणे में ऑटो चलाने वाले साधु मगर ने 2 मई 2023 को एक पोस्टर बना कर ‘द केरल स्टोरी’ (The Kerala Story) देखने जाने वाले यात्रियों से पैसे न लेने का एलान किया था। इस पोस्टर के जारी होने के बाद जहाँ उनकी कई लोगों ने तारीफ की तो दूसरी तरफ उन्हें फोन पर जान से मार डालने की धमकियाँ भी दी जाने लगी हैं। आरोप है कि धमकियाँ देश के तमाम हिस्सों सहित विदेशी नम्बरों से भी आ रही हैं। जब पीड़ित ने धमकी वाले नंबरों को ब्लॉक करना शुरू किया तब नंबर बदल-बदल कर कॉल आने लगे।
आखिरकार पीड़ित साधु मगर ने थाने में इसकी शिकायत की। सबूत के तौर पर पीड़ित ने धमकियों की रिकॉर्डिंग भी पुलिस अधिकारी को सुनाई। ऑपइंडिया से बात करते हुए साधु मगर ने बताया कि धमकी देने वालों ने उन्हें उदयपुर के कन्हैयालाल की याद दिलाई और उन्हीं के जैसा हाल करने का एलान किया है।
पुलिस को दी गई लिखित शिकायत में पीड़ित ने 15 अलग-अलग नम्बरों का जिक्र किया है। उन्होंने शिकायत में व्हाट्सएप के कुछ स्क्रीनशॉट भी लगाए हैं। साधु मगर का कहना है कि पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने के बाद कुछ स्थानीय हिन्दू संगठन उनके साथ आए हैं।
पुलिस ने साधु की शिकायत पर जाँच करने और कार्रवाई का भरोसा दिया है। साधु मगर मूल रूप से महाराष्ट्र के शोलापुर जिले के रहने वाले हैं। पहले वह एक कम्पनी में काम किया करते थे। 3 साल पहले उन्होंने खुद का ऑटो खरीद कर चलाना शुरू कर दिया था। साधु मगर भारतीय सेना के जवानों से भी भाड़ा नहीं लेते हैं।