उत्तराखंड से लद्दाख तक 1032 किमी की यात्रा को रवाना हुआ हिमाद्री दल, CM Dhami ने दिखाई हरी झंडी

मुख्यमंत्री धामी ने आइटीबीपी के हिमाद्री ट्रेकिंग अभियान को हरी झंडी दिखाई। यह दल उत्तराखंड से लद्दाख तक 1032 किमी की यात्रा करेगा जिसमें 27 घाटियों और 27 दर्रों को पार किया जाएगा। इस दौरान 84 वाइब्रेंट विलेज भी आएंगे और 3.5 लाख फलदार पौधे वितरित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इसे साहस और सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बताया।
- ट्रेकिंग दल 1032 किमी का सफर तय करेगा
- 3.5 लाख फलदार पौधे वितरित किए जाएंगे
- शहीद परिवारों को 50 लाख की अनुग्रह राशि
उन्होंने कहा कि यह गर्व का विषय है कि वीरभूमि उत्तराखंड में बड़ी संख्या में सेना और अद्र्धसैनिक बलों में सेवा करने वाले वीर जवान देश की रक्षा में योगदान दे रहे हैं। आइटीबीपी 1962 से लगातार देश की सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ आपदाओं के समय भी राहत व बचाव कार्यों में अपनी भूमिका निभा रहा है। राज्य सरकार सैनिकों और उनके स्वजन के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है।बलिदानियों के स्वजन को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख किया गया है। वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों को दी जाने वाली धनराशि में वृद्धि की गई है। वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों को सरकार बसों में निश्शुल्क यात्रा, संपत्ति की खरीद पर स्टांप ड्यूटी में छूट और बेटियों के विवाह हेतु विशेष अनुदान जैसी योजनाएं भी चलाई जा रही है।
उन्होंने अहमदाबाद विमान दुर्घटना में दिवगंत हुए यात्रियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान दिवंगतों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का भी मौन रखा गया। आइटीबीपी के पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य सचिव आनंद बद्र्धन, सचिव गृह शैलेश बगौली, डीजीपी दीपम सेठ, आइजी आइटीबीपी गिरीश चंद्र उपाध्याय एवं आइटीबीपी के जवान उपस्थित थे।