
शिमला में चोटियों पर हिमपात और वर्षा के बाद शनिवार को धूप खिलने से गर्मी फिर बढ़ गई। ऊना बिलासपुर और मंडी में लू चली जबकि शिमला में गर्म हवाएं चलीं। मौसम विभाग ने 15 से 17 जून तक चंबा कांगड़ा मंडी कुल्लू शिमला सोलन और सिरमौर में तूफान की चेतावनी दी है। चंबा जिले में ग्लेशियर पिघलने से 12 भेड़पालक तीन हजार भेड़-बकरियों के साथ फंस गए हैं।
शिमला। शुक्रवार को चोटियों पर हिमपात और अधिकतर स्थानों पर वर्षा से गर्मी से थोड़ी राहत तो मिली, लेकिन शनिवार को खिली धूप से गर्मी के तेवर फिर से कड़े रहे। इससे तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हुई है। शनिवार को ऊना, बिलासपुर व मंडी में लू चली।शिमला में भी गर्म हवाएं चलीं। इससे लोगों को छाते का सहारा लेना पड़ा। प्रदेश में अधिकतम तापमान में सबसे अधिक वृद्धि नाहन में 3.3, धौलाकुआं में 2.4, सोलन में 2.6, कसौली में 2.2 डिग्री सेल्सियस की हुई है, जबकि धर्मशाला में तीन व डलहौजी में दो डिग्री की गिरावट आई है।
मौसम विभाग ने 15, 16 व 17 जून तक चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सोलन और सिरमौर में कुछ स्थानों पर 30 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तूफान चलने की संभावना जताई है। न्यूनतम तापमान में दो से छह डिग्री गिरावट आई है। भुंतर व ऊना में चार, कांगड़ा में 5.2, बरठीं, नेरी व भरमौर में 3.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है।
ग्लेशियर पिघलने से फंसे 12 भेड़पालक
चंबा जिले के भरमौर के अति दुर्गम कुगती पास में ग्लेशियर पिघलने से रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे 12 भेड़पालक लगभग तीन हजार भेड़-बकरियों के साथ फंस गए हैं। भेड़पालक पशुधन के साथ लाहुल जा रहे थे।
इनमें से कुछ भेड़पालक आगे निकल गए हैं, जबकि कुछ पीछे हैं। कुगती पास में मौसम पल-पल पलट रहा है, जिससे भेड़पालकों की मुसीबतें बढ़ गई हैं। भेड़पालकों को निकालने के लिए चंबा प्रशासन कुगती पास के लिए टीम भेजेगा। भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज ने प्रशासन से कहा है कि यदि रास्ता बनाने के लिए धन की कमी है तो वे विधायक निधि से उपलब्ध कराएंगे।