उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार (1 नवंबर 2021) को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को जिन्ना वाले बयान पर घेरा। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की तुलना महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल के साथ की थी। इस बयान को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘शर्मनाक’ और ‘तालिबानी मानसिकता’ वाला बताया है। साथ ही कहा है कि इसके लिए अखिलेश यादव को माफी मांगनी चाहिए।
अखिलेश पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “कल उनकी विभाजनकारी मानसिकता एक बार फिर से सामने आ गई जब उन्होंने सरदार पटेल को जिन्ना के समकक्ष रखकर देश तोड़ने वाले जिन्ना को महिमामंडित करने का प्रयास किया है। मुझे लगता भारत की जनता इस विभाजनकारी मानसिकता को कभी स्वीकार नहीं करेगी और उत्तर प्रदेश की जनता तो हरगिज स्वीकार नहीं करेगी।”
बता दें कि रविवार (31 अक्टूबर 2021) को हरदोई की एक जनसभा में अखिलेश यादव ने कहा था, “सरदार पटेल जमीन को पहचानते थे और जमीन को देखकर फैसले लेते थे, वह जमीन को समझ लेते थे तभी फैसला लेते थे, इसीलिए आयरन मैन के नाम से जाने जाते थे। सरदार पटेल जी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़ कर बैरिस्टर बन कर आए थे। एक ही जगह पर पढ़ाई लिखाई की। वह बैरिस्टर बने उन्होंने आजादी दिलाई अगर उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा होगा तो वह पीछे नहीं हटे।”