सोमवार को राजधानी के इको गार्डेन पार्क पर संयुक्त किसान मोर्चा बड़ी पंचायत करने जा रहा है। इसमें राकेश टिकैत भी हुंकार भरेंगे इसके अलावा बड़ी संख्या में भाकियू व मोर्चे के नेता व प्रदेश भर के किसानों के पहुंचने का दावा किया जा रहा है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कृषि कानून को वापस लेने का ऐलान कर चुके हैं, इसके बाद भी संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलन आगे बढ़ा रहा है। सोमवार को राजधानी के इको गार्डेन पार्क पर संयुक्त किसान मोर्चा बड़ी पंचायत करने जा रहा है। इसमें राकेश टिकैत भी हुंकार भरेंगे, इसके अलावा बड़ी संख्या में भाकियू व मोर्चे के नेता व प्रदेश भर के किसानों के पहुंचने का दावा किया जा रहा है।
संयुक्त किसान मोर्चा अब फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने पर अड़ा है। मोर्चे की ओर से कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार लगातार इस मुद्दे पर किसानों को गुमराह कर रही है कि एमएसपी लागू थी, लागू है और लागू रहेगी। जबकि हकीकत यह है कि किसानों की उपज औने-पौने दामों पर खरीदी जा रही है। संसद से कृषि बिल पास होने व कानून बनने के बाद से किसानों का आंदोलन चल रहा है। अब संयुक्त किसान मोर्चा लखनऊ में हुंकार भरने जा रहा है।
मोर्चा की प्रदेश कमेटी के सदस्य व भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा कहते हैं कि कृषि कानून वापसी चुनावी जुमला भर है। उन्होंने कहा कि कृषि कानून संसद से पास हुए थे तो संसद से ही वापस होने चाहिए। इसके लिए टेलीविजन पर बयानबाजी करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक एमएसपी पर कानून बनाकर इसे लागू नहीं किया जाएगा, तब तक किसान मानने वाले नहीं है। किसान पंचायत में बिजली, डीजल, महंगाई आदि पर बात होगी। पंचायत में किसान नेता दर्शनपाल सिंह, जोगेंद्र सिंह आदि आएंगे।