शिमला : हिमाचल भाजपा के विस्तारित कोर ग्रुप की बैठक में मौजूद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व अन्य पार्टी पदाधिकारी
चार सीटों पर उपचुनाव में हार के बाद मुख्यमंत्री के साथ खड़ा हुआ भाजपा का कोर ग्रुप
शिमला
उपचुनाव में मिली हार से सबक सीखकर जयराम सरकार आगे बढें और बोल्ड फैसले लं। ये फैसले जनहित के होने चाहिए, जिसमें बहुतायत में लोग लाभान्वित हों। इसके लिए भाजपा के मोर्चे और प्रकोष्ठ भी फीडबैक दें और डिमांड पैदा करें। यह कोर ग्रुप और विस्तारित कोर गु्रप की बैठक के बाद मुख्यमंत्री के लिए संदेश निकला है। यानी कोर ग्रुप मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ न सिर्फ खड़ा हुआ है, बल्कि उनकी फीडबैक पर भितरघातियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई का फैसला भी हो गया है। शिमला में गुरुवार को भाजपा के विस्तारित कोर गु्रप की बैठक हुई। इसके बाद शाम को भाजपा पदाधिकारियों की बैठक हुई। पदाधिकारी बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह भी पहुंच गए थे। सौदान सिंह ने आते ही पहले सीएम जयराम ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप के साथ बैठक की। विस्तारित कोर ग्रुप की बैठक में चुनाव के प्रभारी मंत्रियों को भी तलब किया गया था।
बुलाए गए मंत्रियों में डा. राजीव सैजल, राकेश पठानिया, वीरेंद्र कंवर, गोविंद ठाकुर, बिक्रम ठाकुर, महेंद्र सिंह ठाकुर और सुरेश भारद्वाज शामिल थे। इन्होंने हालांकि हार पर लिखित में रिपोर्ट दे दी थी, लेकिन इनसे एक-एक कर बात की गई और फीडबैक लिया गया। इसी दौरान अपने चुनाव क्षेत्र में हारने वाले मंत्रियों को चेतावनी दी गई कि जमीन को पकड़ें नहीं, तो टिकट किसी का पक्का नहीं है। कुछ मंत्रियों ने हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान संगठन के त्रिदेव से लेकर पन्ना प्रमुख और महिला मोर्चा की सुस्ती की शिकायत भी की। इसके बाद संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए दिल्ली से कदम उठाने की बात बैठक में कही गई। यह भी फैसला हुआ कि जहां भाजपा के पास अभी विधायक नहीं है, यानी जहां कांग्रेस या सीपीआईएम के विधायक हैं, वहां के संभावित चेहरे अभी से फाइनल कर दिए जाएं, ताकि इन्हें काम के लिए समय मिल जाए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस चुनाव में ऐसे लोगों की शिकायत कई बार कर चुके हैं कि बहुत से लोग भाजपा में रहकर भी भाजपा में नहीं थे। ऐसे भितरघातियों की सूची जल्द अनुशासन समिति को भेजने को कहा गया। इन्हें जल्द नोटिस जारी होंगे और नियमानुसार कार्रवाई होगी। फेसबुक के जरिए इस्तीफों की परंपरा को गंभीरता से लेते हुए ऐसी अनुशासनहीनता के मामलों पर भी सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए गए।
इस विस्तारित कोर गु्रप की बैठक अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप की अध्यक्षता में हुई। बैठक में भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर,पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल, प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कापूर, त्रिलोक जम्वाल, राकेश जम्वाल, संगठन महामंत्री पवन राणा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, सतपाल सत्ती, प्रदेश उपाध्यक्ष राम सिंह, कमलेश कुमारी, प्रवीण शर्मा, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा, मीडिया प्रभारी राकेश शर्मा, किसान मोर्चा के अध्यक्ष राकेश शर्मा बबली, अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष नितेन कुमार, महिला मोर्चा अध्यक्ष रश्मिधर सूद शामिल थीं। (एचडीएम)
अवैध कब्जे नियमित करने के लिए बनाई कैबिनेट सब-कमेटी
जयराम सरकार राज्य में छोटे अवैध कब्जे नियमित करने के लिए एक कैबिनेट सब कमेटी बनाएगी। यह सब कमेटी इसकी संभावना देखेगी कि जिन्होंने ढारे, घर या दुकान बनाने के लिए सरकारी जमीन या वन भूमि पर सालों से कब्जा कर रखा है, उन्हें कैसे कब्जा दिया जाए? यह मामला हाईकमान के फीडबैक के आधार पर चर्चा में आया। हालांकि राज्य में एफसीए और अन्य कानूनों का हवाला इस चर्चा के दौरान आया, लेकिन इस मसले को स्टडी करने के लिए कैबिनेट सब कमेटी बनाने को कहा गया। तीन मंत्री इस सब कमेटी में होंगे, जिसमें एक वन मंत्री भी होंगे।