दिल्ली में टीकाकरण : 11 लोगों के होने पर ही खुलेगी वैक्सीन की शीशी, सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा- हर बार ये संभव नहीं
दिल्ली में टीकाकरण : 11 लोगों के होने पर ही खुलेगी वैक्सीन की शीशी, सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा- हर बार ये संभव नहीं
दिल्ली सरकार ने सभी टीकाकरण केंद्र प्रमुखों को दिया आदेश
दिल्ली में अब तक कोरोना वैक्सीन की 19 हजार खुराक हो चुकी हैं बर्बाद
बर्बादी रोकने के लिए अब एक शीशी से 11 खुराक निकालने का लक्ष्य भी दियादेश की राजधानी में वैक्सीन को बर्बादी से बचाने के लिए सरकार ने नए आदेश लागू किए हैं। इसके तहत जब तक टीकाकरण केंद्र पर 11 लोग मौजूद नहीं होगें, तब तक वैक्सीन की शीशी खोलने से साफ तौर पर इनकार किया है। दिल्ली सरकार ने सभी टीकाकरण केंद्रों के प्रमुख को भेजे निर्देश में कहा है कि वैक्सीन की खुराकों को बर्बादी से रोकने के लिए इन निर्देशों पर सख्ती से पालन करना है।
हालांकि, सरकार ने जिलावार टीकाकरण केंद्र प्रमुखों के बने व्हाट्सएप ग्रुप पर ये निर्देश भेजे हैं जिसमें कहा है कि अब तक दिल्ली में 19 हजार से ज्यादा वैक्सीन की खुराक बर्बाद हो चुकी हैं। निर्देश में लिखा है कि निर्माताओं के अनुसार सभी वैक्सीन शीशियों में 11 खुराक हैं। दिल्ली में अब तक 19000 डोज की बर्बादी हो चुकी है। सभी चिकित्सक प्रभारी यह सुनिश्चित करें कि सभी शीशियों में 11 खुराकें दिखाई दें और सभी टीकाकरणकर्ताओं को उसी के अनुसार प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। केंद्र पर 11 लाभार्थियों के उपस्थित होने तक या अगले 4 घंटे में उपस्थित होने की संभावना हो तभी वैक्सीन की शीशी को खोला जाना चाहिए। सरकार ने यह भी कहा है कि जहां अधिकतम अपव्यय (बर्बाद) का सामना करना पड़ रहा है वहां पिछले 2 घंटों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए। अगले 19 हजार शीशियों में दिल्ली को अपव्यय शून्य तक लाने का लक्ष्य है। सरकार ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इन निर्देशों के पालन में किसी भी तरह की ढिलाई की कोई गुंजाइश नहीं है। इस संबंध में जिलेवार समीक्षा हर दिन की जाएगी और उसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को भी भेजी जाएगी।
इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि करते हुए बताया कि कोविशील्ड और कोवाक्सिन दोनों की शीशी से एक-एक अतिरिक्त खुराक निकाली जा सकती है लेकिन उसके लिए काफी ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि तापमान, कम लोग और चार से छह घंटे का निश्चित समय जैसे पैरामीटर का पालन करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की खुराकों को बर्बादी से रोकने के लिए ये निर्देश दिए गए हैं।
हर शीशी से अतिरिक्त खुराक निकालना गलत
अधिकारी ने पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के उस पत्र को लेकर कुछ नहीं कहा, जिसमें कंपनी ने साफ तौर पर कहा है कि अगर हर शीशी से सरकार अतिरिक्त खुराक निकालने पर जोर देगी तो इससे लोगों को कम मात्रा में वैक्सीन मिलने की आशंका बढ़ सकती है। सीरम कंपनी ने जानकारी दी है कि उनकी एक शीशी में 6 एमएल वैक्सीन होती है। एक व्यक्ति को 0.5 एमएल वैक्सीन देना जरूरी है। चूंकि शीशी, उसके ढक्कन, सिरिंज इत्यादि जगह में भी थोड़ी बूंद रह जाती है, ऐसे में जरूरी नहीं है कि हर शीशी में अतिरिक्त खुराक निकाली जा सके।