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दुनिया में तबाही ला सकता है यह महाविनाशक ट्रक, चंद सेकंड में खाक हो सकते हैं महानगर
किलर मिसाइलों से लैस दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका का एक खास ट्रक इन दिनों में काफी चर्चा में है। इस बेहद खास ट्रक का पिछले दिनों कैलिफोर्निया स्थित सांडिया नैशनल लेब्रोटरी में परीक्षण किया गया। कहा जा रहा है कि पिछले कुछ दशकों में यह अब तक का सबसे बड़ा परीक्षण था। इसमें रॉकेट का भी इस्तेमाल ट्रक को आगे बढ़ाने के लिए किया गया। दरअसल, अमेरिका इस अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस विशाल ट्रक के जरिए अपने महाविनाशक परमाणु हथियारों को देश में एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाता है।अमेरिका के पास हैं कुल 3800 परमाणु बमअमेरिका के इस विशाल ट्रक का नाम है मोबाइल गार्डियन ट्रांसपोर्टर या MGT। रॉकेट का इस्तेमाल करके किए गए इस परीक्षण का मकसद भविष्य में परमाणु हथियार ले जाते समय होने किसी भी संभावित दुर्घटना को लेकर तैयारी करना है। इस ट्रक का निर्माण वर्ष 2015 में शुरू हुआ था। इस साल मार्च में यह ट्रक बनकर तैयार हो गया है। MGT वर्तमान समय में इस्तेमाल किए जाने वाले सेफगार्ड ट्रांसपोर्ट की जगह लेगा। द ड्राइव की रिपोर्ट के मुताबिक इस ट्रक का इस्तेमाल अमेरिका नैशनल न्यूक्लियर सिक्यॉरिटी प्रशासन (NNSA) का ऑफिस ऑफ सिक्योर ट्रांसपोर्टेशन करेगा। अमेरिका के पास कुल 3,800 परमाणु बम हैं।20 साल बाद अमेरिका बदल रहा परमाणु ट्रकऑफिस ऑफ सिक्योर ट्रांसपोर्टेशन पूरे अमेरिका में सुरक्षित तरीके से देशभर में परमाणु हथियारों को ले जाता है। एमजीटी प्रोग्राम के सीनियर मैनेजर जिम रेडमोंड ने कहा, ‘मैं रॉकेट दागे जाते समय काफी उत्साहित था। मुझे इस बात की खुशी है कि यह परीक्षण सफल रहा। यह तनावपूर्ण माहौल था और अब पूरी टीम काफी सुखद महसूस कर रही है। हमने हादसों को लेकर अपने अनुभव में काफी इजाफा किया है। इससे पहले सांडिया नैशनल लेब्रोट्ररी के वैज्ञानिकों ने करीब 20 साल पहले इस तरह के प्रयोग किए थे। उस समय एक अन्य ट्रक को बैरियर से टकरा दिया गया था। अमेरिका ने वर्ष 1990 के दशक में इन ट्रकों को शामिल करना शुरू किया था।नया जमाना, नए खतरे और US ने बनाया नया ट्रकपिछले दो दशक में तकनीक में काफी बदलाव आया है और आतंकी खतरे भी बढ़ गए हैं। इसीलिए इस नए ट्रैक्टर को बनाया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि आधुनिक परमाणु बम में गैर परपंरागत विस्फोटकों का इस्तेमाल किया जाता है जो झटका लगने या आग लगने पर फटते नहीं है। इन विस्फोटकों के जरिए ही वास्तविक परमाणु बम में विस्फोट किया जाता है। हालांकि अगर रास्ते में दुर्घटना हो जाए तो परमाणु हथियारों को नुकसान पहुंच सकता है। इससे रेडियोधर्मी पदार्थ और विस्फोटक हवा में उड़ सकते हैं। कुछ ऐसा ही इन ट्रकों के साथ हो सकता है जो परमाणु बम लेकर जाते हैं। रेडमंड कहते हैं कि किसी भी देश की परमाणु प्रतिरोध क्षमता के लिए सुरक्षित ट्रांसपोर्टेशन सबसे महत्वपूर्ण होता है। इससे आपके सहयोगियों का आप पर भरोसा बढ़ता है।बेहद खास है ट्रक, परमाणु बम रहेगा सुरक्षितइस ट्रक को इस तरह से बनाया गया है कि इसमें दीवारें बनी हुई हैं जो फोम जैसा चिपकने वाला पदार्थ फेंकती हैं जिससे अगर कोई परमाणु बम को अवैध तरीके से निकालने की कोशिश करेगा तो वह वहीं पर चिपक जाएगा और हिल नहीं सकेगा। अभी इस्तेमाल किए जाने वाले ट्रक में आंसू गैस के गोले फेंकने की क्षमता है। इसमें विस्फोटकों से लगे बोल्ट लगे हैं और अगर कोई इस ट्रक खींचकर कहीं और ले जाना चाहेगा तो उसमें विस्फोट हो जाएगा जिससे उसके पिछले पहिए बर्बाद हो जाएंगे और ट्रक वहीं पर जाम हो जाएगा। इस ट्रक को फिर कहीं भी ले जाना असंभव होगा। यही नहीं अगर कोई इसमें अवैध तरीके से घुसता है तो उसे बिजली के तगड़े झटके भी लगेंगे। इस नए ट्रक में ये खासियत है या नहीं इसका पता नहीं चल पाया है। वर्ष 1991 में यह ट्रक एक बार हादसे का शिकार हो चुका है। बताया जा रहा है कि यह नया ट्रक वर्ष 2050 तक सेवा में बना रहेगा। इस ट्रक के साथ हथियारों से लैस खास कमांडो दस्ता भी हर वक्त साथ चलता है।