नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बढ़ने लगा है। इस वजह से दिल्ली में 11 दिन बाद रविवार को एक बार फिर हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई। सोमवार को को भी दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के शहरों में भी हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही। सफर इंडिया के अनुसार हवा की गति कम होने के कारण अगले तीन दिनों तक एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब श्रेणी में निचले स्तर पर रहने की संभावना है।
दिल्ली में 200 तो गुरुग्राम में 300 के पार AQI
गुरुग्राम में दो दिन से वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। अब सुबह सुबह की हवा सांस लेने लायक नहीं रही। दो दिन से वायु प्रदूषण पीएम 2.5 का स्तर सामान्य से की गुणा अधिक दर्ज हो रहा है। सोमवार सुबह 8 बजे के करीब पीएम 2.5 का स्तर 305 दर्ज किया गया, जबकि रविवार को पीएम 2.5 का स्तर 307 दर्ज किया गया था। जब भी पीएम 2.5 का स्तर 50 से अधिक दर्ज होता है तो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। खासकर दमा मरीजों के लिए यह हवा नुकसानदायक होती है। डाक्टरों की सलाह है जिन्हें दमा बीमारी की शिकायत है वह सुबह घूमने न जाए।
राज्यों को सख्ती बरतने के निर्देश
इसके मद्देनजर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की सब कमेटी ने प्रदूषण को कम करने के लिए किए गए प्रावधानों की समीक्षा की। साथ ही आयोग ने दिल्ली एनसीआर में लागू ग्रेप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के पहले चरण के नियमों को सख्ती से लागू करने के लिए संबंधित एजेंसियों और राज्यों के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिया है।
5 अक्टूबर से ही लागू है ग्रेप का प्रथम चरण
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा शाम चार बजे जारी रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स 232 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में है। इसके पहले पांच अक्टूबर को दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंची थी। तब एयर क्वालिटी इंडेक्स 211 दर्ज किया गया था। इसके मद्देनजर आयोग ने पांच अक्टूबर को दिल्ली एनसीआर में ग्रेप के पहले चरण के तहत 24 सूत्री एक्शन प्लान लागू किया था। इसके बाद मौसम बदलने और बारिश के कारण हवा साफ हो गई थी।