बहुत अनोखा है होली का तत्वदर्शन
इस वैदिक पर्व का मूल प्रयोजन स्वस्थ एवं ग्रंथिमुक्त व्यक्तिगत जीवन, समता, एकता एवं भाईचारे से युक्त सामाजिक व्यवस्था व आनंद एवं उल्लास से भरे-पूरे जनजीवन का विकास करना है। सरदी के अंत और ग्रीष्म के आगमन की संधिवेला में मनाये जाने वाले इस पर्व में ऋतु चक्र की वैज्ञानिकता...