उत्तराखंड

दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री से मिले CM धामी:4 बड़ी योजनाओं के बारे में चर्चा की, बोले- ये हमारे राज्य को मजबूती प्रदान करेंगी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज (गुरुवार) एक कार्यक्रम के दौरान बताया कि उत्तराखंड में अब तक 78,826 एमएसएमई इकाइयां स्थापित हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से 57 प्रतिशत इकाइयां पर्वतीय जिलों में हैं, जिससे राज्य की औद्योगिक गतिविधियों में पहाड़ी क्षेत्रों की भागीदारी बढ़ी है।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि वर्ष 2021 से अब तक 28,370 नई एमएसएमई इकाइयां स्थापित हुई हैं, जिनमें लगभग ₹4,000 करोड़ का निवेश हुआ और 1.32 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। उनका कहना था कि एमएसएमई क्षेत्र राज्य की सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) को दोगुना करने में अहम भूमिका निभाएगा।

एमएसएमई क्षेत्र में रोजगार सृजन की क्षमता

मुख्यमंत्री ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र कम पूंजी निवेश में अधिकतम रोजगार सृजन की क्षमता रखता है। वर्ष 2021 से अब तक हुए निवेश और नई इकाइयों के माध्यम से राज्य में रोजगार के अवसर बढ़े हैं।

औद्योगिक नीतियों से निवेशकों को सुविधा

सीएम ने बताया कि राज्य सरकार ने औद्योगिक नीति, एमएसएमई नीति, स्टार्टअप नीति और लॉजिस्टिक नीति लागू की हैं। सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए निवेशकों को सभी स्वीकृतियां एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे औद्योगिक गतिविधियों में गति और पारदर्शिता आई है।

लोकल उत्पादों को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रमोट

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड के माध्यम से राज्य के पारंपरिक उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाया जा रहा है। यह पहल स्थानीय उत्पादों को पहचान दिलाने और व्यवसाय बढ़ाने में मदद कर रही है।

जीडीपी वृद्धि और औद्योगिक बुनियादी ढांचे का विस्तार

मुख्यमंत्री ने बताया कि आने वाले सालों में एमएसएमई क्षेत्र राज्य की सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) को दोगुना करने में योगदान देगा। उन्होंने कहा कि इससे औद्योगिक बुनियादी ढांचे का विस्तार होगा और रोजगार सृजन में वृद्धि होगी।

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