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रिटायर्ड डीआइजी के बेटे के घर दबिश, नायरा के पंपों पर आटोमेशन लगाने वाला चेतन गिरफ्तार

मेरठ। नायरा के पंपों में घटतौली और मिलावटी तेल बेचने के रैकेट में लालकुर्ती के कसेरूबक्सर निवासी चेतन शाक्य भी शामिल था। एसटीएफ और परतापुर पुलिस ने चेतन को गिरफ्तार कर लिया। उधर, पुलिस ने रिटायर्ड डीआइजी महेश मिश्रा के बेटे सुशांत मिश्रा के आवास पर भी दबिश दी।
कंपनी के कंप्यूटर को नहीं मिलती थी अतिरिक्त तेल की जानकारी
पूछताछ में चेतन ने बताया कि उसने परतापुर, बह्मपुरी, बागपत और हापुड़ जिले के पंपों के टैंक में आटोमेशन मशीनें लगाई थी। इस मशीन के लगने के बाद ही टैंक में अतिरिक्त तेल की जानकारी कंपनी के कंप्यूटर को नहीं मिल पाती थी। चेतन ने बताया कि प्रत्येक पंप से हर माह उसे दस हजार रुपये मिलते थे। आटोमेशन की देखरेख का जिम्मा भी उसका था।
रिटायर्ड डीआइजी महेश मिश्रा के बेटे के आवास पर पल्लवपुरम में दबिश दी
उधर, परतापुर पुलिस ने रिटायर्ड डीआइजी महेश मिश्रा के बेटे सुशांत मिश्रा के आवास पर पल्लवपुरम में दबिश दी लेकिन सुशांत नहीं मिला है। बता दें कि मदरबोर्ड लगाने वाले देवेंद्र के बयानों के आधार पर परतापुर थाने में सुशांत मिश्रा का नाम केस डायरी में खोला गया था।
दो साल से की जा रही थी घटतौली
चेतन ने पूछताछ में बताया कि दो साल से नायरा के पंपों पर मदरबोर्ड और आटोमेशन लगाकर घटतौली की जा रही थी। साथ ही पेट्रोल और डीजल में साल्वेंट मिलाकर बेचा जा रहा था। यह माना जा रहा है कि दो वर्ष में बड़ी मात्रा में तेल पंपों से बेचा जा चुका है। चेतन ने बताया कि कंपनी के शीर्ष अफसरों के आने पर आटोमेशन मशीन को हटा दिया जाता था। बाद में फिर से लगा दिया जाता था। यही कारण है कि प्रत्येक पंप से हर माह दस हजार की रकम उसे दी जाती थी। चेतन ने पुलिस को अन्य कुछ लोगों के नाम भी बताए है।
अभी ये हैं पुलिस की गिरफ्त से दूर
पेट्रोल पंप स्वामी संचित गोयल निवासी माधवपुरम, राहुल त्यागी निवासी मुरादनगर, पंप स्वामी राजेन्द्र प्रसाद गोयल निवासी सरस्वती लोक, रीता पत्नी राजकुमार निवासी ऐबी खुर्द मवाना, सतेन्द्र कुमार निवासी लाक शामली, मैनेजर मामचंद, संजीव कुमार निवासी ऐंची खुर्द और रिटायर्ड डीआइजी के बेटे श्रेत्रीय प्रबंधक सुशांत मिश्रा, पंप स्वामी सीमा गुप्ता पत्नी राकेश गुप्ता निवासी मोहनपुरी विकास विहार अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।