नयी दिल्ली | मीडिया पर रविवार को एक राष्ट्रीय सम्मेलन में वक्ताओं ने पत्रकारों को पेंशन और बीमा की सुविधा देने की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि लोकतंत्र को समृद्ध बनाने के लिए मीडिया को फलना-फूलना होगा।
झारखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा, ‘‘पत्रकारों को पेंशन की सुविधा दी जानी चाहिए। पत्रकारों को बीमा की सुविधा भी मिलनी चाहिए, इस तथ्य को देखते हुए कि उन्हें मुश्किल परिस्थितियों को कवर करना होता है।’’
सिंह ‘फेडरेशन आफ पीटीआई एम्प्लाइज यूनियंस’ द्वारा आयोजित ‘मीडिया एज एन एक्टर इन डेमाक्रेसी’पर राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। वरिष्ठ संपादक अशोक उपाध्याय ने कहा कि भारतीय प्रेस परिषद को पत्रकारों की स्वतंत्रता के संरक्षक के रूप में कार्य करना चाहिए।
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान, पत्रकारों ने रिपोर्टिंग के दौरान अथक प्रयास किया। सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य कैलाश सोनी ने कहा कि मीडिया के बिना लोकतंत्र अपने आप खड़ा नहीं हो सकता।
‘इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स’के अध्यक्ष के. विक्रम राव और ‘फेडरेशन ऑफ पीटीआई एंप्लाइज यूनियंस’के महासचिव बलराम सिंह दहिया ने भी इस अवसर पर अपनी बात रखी। बहरहाल, रविवार को ‘फेडरेशन ऑफ पीटीआई एंप्लाइज यूनियंस’ की वार्षिक आम बैठक में अतनु पाल को सर्वसम्मति से फिर से अध्यक्ष और बलराम सिंह दहिया को महासचिव चुना गया।
सागर भुर्के फिर से फेडरेशन के कोषाध्यक्ष चुने गए। आर जे नाइक फिर से उपाध्यक्ष चुने गए और के. जॉनसन इसके सहायक महासचिव चुने गए। आर बालसुब्रमण्यम को सहायक महासचिव के रूप में चुना गया। दहिया ने कहा कि प्रबंधन कर्मचारियों के कल्याण के मुद्दों के लिए फेडरेशन के साथ बातचीत कर रहा है।
उन्होंने कहा कि फेडरेशन कर्मचारियों की बेहतरी और प्रबंधन के साथ सौहार्दपूर्ण संबंधों के लिए काम करता रहेगा।