ग्रेटर नोएडा : स्मार्ट वाइफ ₹10 में खाना चाहती थी शाही पनीर और दाल मखनी, लगवा बैठी पौने 2 लाख रुपए का चूना
Sg Greater Noida : देश और दुनिया के साथ साइबर क्रिमिनल भी हाईटेक होते जा रहे हैं। ग्रेटर नोएडा में एक हाउसवाइफ को अलग अंदाज में साइबर अपराधियों ने ठगी का शिकार बनाया है। ग्रेटर नोएडा की एक हाउसिंग सोसायटी में महिला अपने परिवार के साथ रहती हैं। बीते दिनों महिला ने एक रेस्टोरेंट से ऑनलाइन फूड ऑर्डर किया था, लेकिन यह कॉल साइबर क्रिमिनल के पास जाकर लगी। साइबर अपराधियों ने महिला को झांसा किया कि वह केवल ₹10 में खाना ऑर्डर कर सकती हैं। आरोपियों के झांसी में महिला आ गई और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने लगी। इसी दौरान महिला के क्रेडिट कार्ड से पौने दो लाख रुपए उड़ गए। पीड़ित महिला ने इस मामले में ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
₹10 एडवांस देकर आर्डर का दिया झांसा
मिली जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा के डेल्टा-1 सेक्टर में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का परिवार रहता है। बीते दिनों सॉफ्टवेयर इंजीनियर की पत्नी घर पर थी। इसी दौरान उनको ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने की सूझी। उन्होंने ग्रेटर नोएडा के एक होटल में स्थित रेस्टोरेंट्स से खाना ऑर्डर करने के लिए कॉल किया। कॉल रिसीव करने वाले ने कहा कि हम उनको ₹250 में एक थाली देंगे। फ़ूड उनके घर पर डिलीवर्ड होगा। आरोपियों ने महिला को झांसा दिया कि केवल ₹10 देकर वह एडवांस ऑनलाइन बुकिंग कर सकती हैं। बाकी पैसे होम डिलीवरी पर दे सकती हैं।
ऐसे लगा 1.75 लाख रुपए का चूना
पीड़िता ने बताया कि वह आरोपियों के झांसे में आ गई और ठगों द्वारा व्हाट्सएप पर भेजे गए लिंक पर क्लिक कर दिया। क्लिक करने के बाद जब वह क्रेडिट कार्ड से फूड ऑर्डर कर रही थी। उसी दौरान उनके अकाउंट से 1.75 लाख रुपए कट गए। उसके बाद जब महिला ने आरोपियों के पास कॉल किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया और बाद में स्विच ऑफ कर लिया। जिसके बाद पीड़िता को ठगी का अहसास हुआ।
पढ़े-लिखे लोग सबसे ज्यादा हो रहे साइबर ठगी का शिकार
इस मामले में पीड़िता ने पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों के दौरान नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ऐसे मामले काफी ज्यादा बढ़े हैं। सबसे गंभीर और चिंताजनक बात यह है कि पढ़े-लिखे लोग साइबर ठगी का सबसे ज्यादा शिकार हो रहे हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान देखा गया है कि डॉक्टर, इंजीनियर और बड़े पदों पर तैनात लोग ठगी का शिकार हुए हैं, जो अपने आप में ही एक चिंताजनक विषय है।