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देहरादून स्मार्ट सिटी : एक साल तक मुसीबत उठाने को रहें तैयार, रात में भी होगा काम
राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए देहरादून स्मार्ट सिटी की ओर से काम चल रहा है। इसके कारण परेड ग्राउंड, ईसी रोड आदि जगहों पर खुदाई कर सर्विस डक्ट बनाने का कार्य जारी है। अधिकारियों के मुताबिक लोगों को एक साल तक मुसीबत उठाने को तैयार रहना होगा। हालांकि, इसके बाद उन्हें कई सालों तक राहत रहेगी।
दरअसल स्मार्ट सिटी के तहत पेयजल लाइन, सर्विस डक्ट आदि का काम शुरू हो चुका है। इसे लेकर जगह-जगह सड़कें खोदी गई हैं। ऐसे में सड़कों पर ट्रैफिक बढ़ने के कारण जाम की स्थिति बन रही है। इसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
हालांकि, इस दौरान करीब सात किलोमीटर तक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर लाइन डाली जा चुकी हैं। इसके अलावा परेड ग्राउंड और पलटन बाजार में सर्विस डक्ट का काम अंतिम चरण में है, लेकिन सड़कों का काम शुरू होने पर लोगों को और भी अधिक दिक्कतों से जूझना पड़ेगारात में भी होगा काम
बीते दिनों स्मार्ट सिटी के सीईओ डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि स्मार्ट सिटी का काम कर रही कार्यदायी संस्थाओं को दिन के साथ ही रात में भी काम करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे जल्द से जल्द कार्य को पूरा किया जा सके। साथ ही लोगों को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़े।
समस्या है, पर दिक्कतें होंगी दूर
करनपुर निवासी शैलेंद्र दीक्षित कहते हैं कि स्मार्ट सिटी के तहत की गई सड़कों की खुदाई से परेशानी तो हो रही है, लेकिन इसके बाद राहत भी मिलेगी। पूजा कॉलोनी निवासी दीपक अग्रवाल का कहना है कि दून में प्लानिंग से काम नहीं हुआ, स्मार्ट सिटी के तहत होने वाले कार्यों के कारण कुछ हद तक राहत मिलने की उम्मीद है।
व्यापारियों को हो रही परेशानी
पलटन बाजार के व्यापारियों का कहना है कि स्मार्ट सिटी के कार्य के चलते उनका व्यापार प्रभावित हो रहा है। लेकिन, बीते कुछ महीनों से काम तेजी से हो रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में स्थिति ठीक हो जाएगी। शहर और बाजार की स्थिति सुधारने के लिए व्यापारियों की ओर से पूरा सहयोग किया जा रहा है।
स्मार्ट सिटी का कार्य तेजी से किया जा रहा है। हरसंभव कोशिश की जा रही है कि पब्लिक को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़े। दूनवासियों और व्यापारियों का पूरा सहयोग मिल रहा है, लेकिन लोगों को करीब एक साल तक इस तरह की समस्याओं से जूझना पड़ेगा। इसके बाद उन्हें कई सालों तक की राहत हो जाएगी।
– डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, सीईओ, देहरादून स्मार्ट सिटी लि.l