Friday, November 22, 2024

राज्यवायरल न्यूज़

अमूल मॉडल की तर्ज पर विकसित की जाएंगी गन्ना विकास समितिः संजीव बालियान

Pb

मुजफ्फरनगर। जनपद के मेरठ रोड स्थित एक निजी रेस्टोरेंट में हार्वेस्ट फार्मर नेटवर्किंग एक दिवसीय किसान प्रधान समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में जनपद एक करीब 300 से ज्यादा प्रधानों ने हिस्सा लिया। वही कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पशुपालन डेयरी और मत्स्य पालन केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालयान मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान मीडिया से बात करते हुए अवगत कराया कि शोभित विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रूचित ने एक कंपनी बनाई है जो किसानों के लिए काम करती है।

मंत्री ने कहा कि यह अमेरिका से देश के किसानों के साथ काम करने के लिए स्वदेश से वापस लौटे हैं। 3 साल से किसानों के बीच में रह रहे हैं और काम कर रहे हैं उन्होंने कहा कि किसानों को नई टेक्नोलॉजी और उन्नति की ओर प्रेरित भी कर रहे हैं मंत्री ने आगे बताया कि किसान को होने वाली समस्याओं को लेकर इनकी कंपनी काम करती है।

केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान ने बताया कि हमारी भी कुछ समस्या है हमारा 95 फीसदी क्षेत्र गन्ना पैदा करता है। हमारे यहां सबसे बड़ी समस्या है ट्यूबवेल की है। मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि धीरे-धीरे हम ट्यूबलो को सोलर पर शिफ्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पानी का वाटर लेवल लगातार नीचे जा रहा है और कहीं ना कहीं ड्रिप रिगेशन और स्प्रिंग़लर पर भी जाना है। और कहीं ना कहीं क्रॉप ड्राइवकिलेंरिफिकैशन आवश्यकता है। हम 95 फीसदी गन्ने की फसल लेते है और सरकार द्वारा मिट्टी के स्वास्थ्य प्रशिक्षण के लिए सरकार ने हेल्थ कार्ड जारी जरूर किए लेकिन अच्छी नीति बनाकर उनको इंप्लीमेंटेशन नहीं किया गया। जनपद के किसान उस और अभी जागरूक नहीं है। सोईल हेल्थ कार्ड किसान बनवाए भी और काम भी करें इन सब के लिए रुचि तो जैसे लड़के सामने आए और किसानों के बीच में काम करेंगे तो क्रॉप ड्राइवकिलेंरिफिकैशन भी होगा साथ-साथ एक मॉडल भी खड़ा होगा जैसे अमूल का बहुत बड़ा मॉडल है 55 से 60 हज़ार करोड रुपए का टर्नओवर है।

केंद्र मंत्री डॉ संजीव बालियान ने गुजरात में स्थित बनास डेयरी का जिक्र करते हुए कहा बनारस में एक डेयरी है उसका टर्नओवर 14000 करोड रुपए का है इस तरह से हमने भी हरित प्रदेश मिल्क कॉर्पोरेट की शुरुआत की है। उन्होंने हार्वेस्टिंग फार्मर्स नेटवर्क (HFN) कंपनी के संस्थापक रूचित की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह आए हैं। कृषि के क्षेत्र में जब भी युवा आएंगे आगे बढ़ेंगे तो कहीं ना कहीं देश के किसानों को फायदा देने का काम यह युवा करेंगे।