देहरादून। शहर की व्यवस्था सुधार की दिशा में जिलाधिकारी (डीएम) सविन बंसल का एक और प्रयास धरातल पर उतर गया है। दून में पहली बार अत्याधुनिक ऑटोमेटेड कार पार्किंग की सुविधा उपलब्ध हो गई है। तीन स्थानों पर तैयार की गई 246 ऑटोमेटेड कार पार्किंग की सुविधा का शीघ्र मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उद्घाटन करेंगे।

जिलाधिकारी सविन बंसल के अनुसार शहर में यातायात व्यवस्था में एक बड़ी चुनौती पार्किंग की भी रहती है। मुख्यमंत्री ने इस दिशा में समुचित प्रयास के निर्देश जारी किए थे। जिसके क्रम में शहर में यातायात प्रबंधन की कड़ी चुनौती को दूर करने के लिए पहली बार ऑटोमेटेड पार्किंग का खाका तैयार किया और स्थान चिह्नित किए।

तीन ऑटोमेटेड पार्किंग का निर्माण पूरा

अक्टूबर माह में इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए कार्यदाई संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग ने टेंडर आमंत्रित कर ठोस कदम बढ़ा दिए गए थे। पहले चरण में तीन ऑटोमेटेड कार पार्किंग का निर्माण अब पूरा किया जा चुका है।

पहली आटोमेटेड पार्किंग का निर्माण लैंसडाउन चौक से गांधी पार्क और परेड ग्राउंड के मध्य से गुजरने वाले मार्ग पर, दूसरी पार्किंग का निर्माण लैंसडाउन चौक पर तिब्बती मार्केट सामने बहुद्देशीय खेल भवन के पास और तीसरी पार्किंग कोरोनेशन अस्पताल में तैयार की गई है।

पार्किंग परियोजनों का विवरण

  • बहुद्देशीय खेल भवन के पास
  • लागत, 4.96 करोड़ रुपए
  • वाहन क्षमता, 132
  • गांधी पार्क और परेड ग्राउंड के मध्य
  • लागत, 3.91 करोड़ रुपए
  • वाहन क्षमता, 96
  • कोरोनेशन अस्पताल में
  • लागत, 80.63 लाख रुपए
  • वाहन क्षमता, 18

यह होती है ऑटोमेटेड मेकैनिकल पार्किंग

ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विनीत के अनुसार ऑटोमेटेड कार पार्किंग सिस्टम एक यांत्रिक प्रणाली है। जिसे कम से कम उपलब्ध स्थान में बड़ी संख्या में कारों को पार्क करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह एक मल्टीस्टोरी गैरेज की तरह एक ऑटोमेटेड पार्किंग सिस्टम कारों को कई स्तरों पर लंबवत रूप से खड़ा करता है।

यह पार्किंग के लिए जगह को अधिकतम करने और भूमि के उपयोग को कम करने में मदद करता है। इपीएस कारों के परिवहन के लिए एक यांत्रिक प्रणाली से संचालित होता है और इसलिए ड्राइवरों की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।

स्वचालित पार्किंग प्रणाली रोबोट वैलेट पार्किंग के समान है। ड्राइवर को कार को एपीएस के प्रवेश क्षेत्र तक ले जाना होता है। कार को खाली करना होता है, ड्राइवर और सभी यात्रियों को कार से बाहर निकालना होता है। ड्राइवर पास के एक स्वचालित टर्मिनल में भुगतान करता है और उसे टिकट मिलता है। जैसे ही सभी यात्री प्रवेश क्षेत्र से बाहर निकलते हैं, कार को यांत्रिक प्रणाली द्वारा उठा लिया जाता है और सिस्टम में पार्किंग के लिए पहले से तय स्थान पर ले जाया जाता है। जिसके बाद ऑपरेटर कार को उपलब्ध सबसे छोटी पार्किंग जगह में फिट करता है।