राष्ट्रीय

पेट्रोल, डीजल और गैस के दामों में वृद्ध‍ि पर सरकार ने कहा, अमेरिका और ब्र‍िटेन की तुलना में काफी कम बढ़े दाम

On the increase in the prices of petrol, diesel and gas, the government said, the price increased much less than the US and the UK

नई दिल्‍ली। पेट्रोल-डीजल और गैस के दामों में लगातार जारी बढ़ोतरी के खिलाफ केंद्र सरकार को घेरते हुए विपक्ष ने संसद में हंगामा किया हुआ है। इसका जवाब देते हुए लोकसभा में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत में ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी अन्य देशों में कीमतों में बढ़ोतरी का 1/10वां हिस्सा है। अप्रैल 2021 से 22 मार्च के बीच पेट्रोल (पेट्रोल) की कीमतों की तुलना में अमेरिका में कीमतों में 51 फीसद, कनाडा में 52 फीसद, जर्मनी में 55 फीसद, यूके में 55 फीसद, फ्रांस में 50 फीसद, स्पेन में 58 फीसद, लेकिन भारत में 5 फीसद की वृद्धि हुई है।
लोकसभा में कांग्रेस की अगुआई में विपक्षी दलों ने सदन से वाकआउट कर विरोध दर्ज कराया। सदन में विपक्ष ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में इजाफे को लेकर सरकार को घेरते हुए आसन के सामने जाकर नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेस के साथ द्रमुक, वाम दलों, तृणमूल कांग्रेस आदि के सदस्यों ने मूल्य वृद्धि पर तत्काल चर्चा की मांग करने लगे। वैसे लोकसभा में महंगाई पर बजट सत्र के इस आखिरी हफ्ते में चर्चा कराए जाने पर सरकार ने हामी भर रखी है।
मूल्य वृद्धि को राहुल ने जन धन लूट योजना बताया
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोल-डीजल और गैस की कीमतों में रोजाना वृद्धि को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए इसे ‘प्रधानमंत्री जन धन लूट योजना’ करार दिया। राहुल ने मई 2014 के मुकाबले ईधनों के दाम में हुई भारी बढ़ोतरी से आम आदमी पर बढ़े बोझ का आंकड़ा भी साझा किया। राहुल ने बताया कि 2014 में स्कूटर और बाइक का टैंक 714 रुपये में फुल हो जाता था, मगर आज इसके लिए 1,038 रुपये देने पड़ते हैं। कार का टैंक 2,856 रुपये में भरता था और अब इसके लिए 4,152 रुपये चुकाने पड़ते हैं। ट्रैक्टर का टैंक फुल कराने के लिए तब 2,749 रुपये लगते थे और आज 4,563 रुपये देने पड़ रहे हैं। इसी तरह ट्रक का टैंक पहले जहां 11,456 रुपये में भरता था, आज इसके लिए 19,014 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं।