Saturday, November 23, 2024

राष्ट्रीय

पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन की वर्चुअल बैठक आज, द्विपक्षीय सहयोग और हिंद-प्रशांत के हालिया घटनाक्रम पर होगी चर्चा

Virtual meeting of PM Modi and US President Biden today, bilateral cooperation and recent developments in Indo-Pacific will be discussed

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ आज आनलाइन बैठक करेंगे। इस दौरान दोनों नेता मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने के साथ ही दक्षिण एशिया, हिंद-प्रशांत के हालिया घटनाक्रम और पारस्परिक हित से जुड़े वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि वर्चुअल बैठक के जरिये दोनों पक्ष नियमित और उच्च स्तरीय संपर्क जारी रखेंगे। इसका मकसद द्विपक्षीय तथा वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करना है।
दूसरी तरफ, व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने वाशिंगटन में कहा कि बैठक के दौरान दोनों देशों की सरकारों, अर्थव्यस्था और आम लोगों के बीच संबंध बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि बैठक में कई मुद्दे उठेंगे। इनमें कोविड महामारी का अंत, जलवायु संकट से निपटने, वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र की समृद्धि पर विचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा। साकी ने कहा कि दोनों नेता हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचे के विकास और उच्च गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे के बारे में चल रही बातचीत को आगे बढ़ाएंगे।
टू प्लस टू वार्ता में राजनाथ सिंह और एस जयशंकर करेंगे बातचीत
दोनों नेताओं के बीच यह आनलाइन बैठक सोमवार को वाशिंगटन में भारत और अमेरिका के बीच ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता के चौथे सत्र से पहले होगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ 11 अप्रैल को वाशिंगटन में ‘टू प्लस टू’ वार्ता के चौथे सत्र के तहत बातचीत करेंगे। बाइडन प्रशासन के तहत दोनों देशों के बीच ‘टू प्लस टू’ वार्ता का यह पहला संस्करण है।
भारत और अमेरिका हैं रणनीतिक साझेदार
भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार टू प्लस टू वार्ता में दोनों देशों को विदेश नीति, रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग से जुड़े तमाम मुद्दों पर विमर्श करने का मौका देगा। भारत और अमेरिका रणनीतिक साझेदार हैं और इस बैठक में क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विमर्श होगा। अमेरिका ने इस साल की बैठक को इस लिहाज से महत्वपूर्ण बताया कि इस वर्ष दोनों देश कूटनीतिक रिश्तों के स्थापित होने की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।