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इंडिया में कोरोना की वैक्सीन का दाम पता चल गया है, लेकिन पैसे आपको नहीं देने होंगे!
SII द्वारा बनायी जा रही Covishield और दाहिनी ओर दिल्ली के अस्पताल में डॉक्टर
कोरोना की वैक्सीन की चर्चा में दो बड़े कीवर्ड हैं. एक है Oxford यूनिवर्सिटी और दूसरा है सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया (SII). Oxford तो इसलिए क्योंकि इन्होंने सबसे पहले वैक्सीन बना ली है. और पहले दो चरणो के नतीजे भी बड़े अच्छे दिख रहे हैं. और SII इसलिए क्योंकि ये पुणे वाली कम्पनी है, और Oxford के साथ मिलकर ये उनकी वैक्सीन का भारी मात्रा में उत्पादन शुरू कर चुके हैं.
और इस कम्पनी के CEO आदर पूनावाला ने बड़ा ऐलान किया है. कहा कि इस पुणे में उनकी कम्पनी के प्लांट में वैक्सीन की जितनी मात्रा पूरी की जाएगी, उसका 50 प्रतिशत भारत के इस्तेमाल के लिए होगा. साथ ही आदर पूनावाला ने कहा है कि वैसे तो वैक्सीन का दाम कम रखा गया है, लेकिन शुरुआत में लोगों को इस वैक्सीन को नहीं ख़रीदना होगा. सरकारें इस वैक्सीन का दाम चुकायेंगी. और लोगों को वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तहत कोरोना की ये वैक्सीन लगाई जाएगी.
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इंडिया में कोरोना की वैक्सीन का दाम पता चल गया है, लेकिन पैसे आपको नहीं देने होंगे!
सिद्धांत मोहन
[email protected]
जुलाई 22, 2020 10:53 PM
इंडिया में कोरोना की वैक्सीन का दाम पता चल गया है, लेकिन पैसे आपको नहीं देने होंगे!
SII द्वारा बनायी जा रही Covishield और दाहिनी ओर दिल्ली के अस्पताल में डॉक्टर
कोरोना की वैक्सीन की चर्चा में दो बड़े कीवर्ड हैं. एक है Oxford यूनिवर्सिटी और दूसरा है सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया (SII). Oxford तो इसलिए क्योंकि इन्होंने सबसे पहले वैक्सीन बना ली है. और पहले दो चरणो के नतीजे भी बड़े अच्छे दिख रहे हैं. और SII इसलिए क्योंकि ये पुणे वाली कम्पनी है, और Oxford के साथ मिलकर ये उनकी वैक्सीन का भारी मात्रा में उत्पादन शुरू कर चुके हैं.
और इस कम्पनी के CEO आदर पूनावाला ने बड़ा ऐलान किया है. कहा कि इस पुणे में उनकी कम्पनी के प्लांट में वैक्सीन की जितनी मात्रा पूरी की जाएगी, उसका 50 प्रतिशत भारत के इस्तेमाल के लिए होगा. साथ ही आदर पूनावाला ने कहा है कि वैसे तो वैक्सीन का दाम कम रखा गया है, लेकिन शुरुआत में लोगों को इस वैक्सीन को नहीं ख़रीदना होगा. सरकारें इस वैक्सीन का दाम चुकायेंगी. और लोगों को वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तहत कोरोना की ये वैक्सीन लगाई जाएगी.
आदर पूनावाला
Oxford-Astrazeneca मिलकर इस वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल कर रहे हैं, जो फ़ेज़ 3 तक पहुंच चुका है. और इधर SII वैक्सीन के कई करोड़ डोज़ का उत्पादन करने में जुटा हुआ है. कहा जा रहा है कि इसी वैक्सीन का भारत में तीसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल अगस्त से शुरू हो जाएगा. इसके लिए आधिकारिक स्तर पर बातचीत भी चल रही है. आदर पूनावाला के शब्दों में,
“हमने पहले भी कहा है कि हम अपनी वैक्सीन का आधा प्रोडक्शन भारत को देना चाहते हैं, और बाक़ी आधा पूरी दुनिया को. सरकार बहुत सहयोग दे रही है. और हमें भी ये समझना होगा कि ये एक वैश्विक स्तर की समस्या है, और पूरी दुनिया के लोगों को इस वायरस से बचाने की ज़रूरत है. पूरी दुनिया को वैक्सीन के ज़रिए इम्यून बनाना होगा.”
पूनावाला ने कहा है कि अगर ट्रायल के नतीजे ठीक होते हैं, तो इस साल के आख़िर तक SII इस वैक्सीन के कुछ करोड़ डोज़ बना लेगा. और 2021 के शुरुआती तीन महीनों में इस वैक्सीन के 30-40 करोड़ डोज़ बनकर रेडी हो जायेंगे. तो सबसे पहले वैक्सीन किसे लगेगी? इस पर आदर पूनावाला ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा,
“सही तरीक़ा तो ये है कि सबसे पहले बूढ़े लोगों और जिनकी इम्यूनिटी कम है, उन्हें वैक्सीन लगाई जाएगी. और उनके साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों को भी. जो स्वस्थ अडल्ट हैं, उन्हें कुछ दिनों बाद वैक्सीन लगाई जा सकती है.”
भारत में वैक्सीन का दाम कितना होगा, इस पर आदर पूनावाला का जवाब देखें,
“इस वैक्सीन का भारत में दाम 1000 रुपए या उससे भी कम होगा. लेकिन शुरुआत में तो सरकारें टीकाकरण के कार्यक्रमों के ज़रिए इस वैक्सीन का दाम अदा करेंगी. अफ़्रीकी देशों के लिए इस वैक्सीन का दाम 2-3 डॉलर यानी लगभग 200 रुपयों के आसपास होगा. जब तक महामारी फैली हुई है, तब तक हम पैसे बनाने के बारे में कैसे सोच सकते हैं? इस समय लोगों की मदद करना हमारा काम है. जब महामारी का समय बीत जाएगा, फिर हम इस वैक्सीन को प्राइवेट मार्केट में उतारने के बारे में सोचेंगे.”
ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की जा रही वैक्सीन की शीशी पर क्या लिखा है?