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वाशिम में पाकिस्तान का झंडा और औरंगजेब के चित्र का फलक लहराने का प्रकरण !
मंगरूळपीर, वाशिम में बाबा हयात कलंदर दरगाह के उर्स के निमित्त निकाले गए जुलूस में कुछ लोग पाकिस्तानी झंडा और क्रूरकर्मा औरंगजेब के चित्र का फलक हाथ में लेकर नाचते दिखाई दिए । इस घटना का हिन्दू जनजागृति समिति तीव्र शब्दों में निषेध व्यक्त करती है । कुछ धर्मांध जानबूझकर औरंगजेब का महिमामंडन कर के राज्य की शांति भंग कर कानून और सुव्यवस्था बिगाडना चाहते हैं । ऐसे लोगों पर कठोर से कठोर कानूनी कार्यवाही करने के लिए, सरकार पूर्वलक्षी प्रभाव से एक अध्यादेश पारित करे, वैसे ही पाकिस्तान का झंडा लहराने के प्रकरण में दोषियों पर देशद्रोह का अपराध प्रविष्ट करें, यह मांग हिन्दू जनजागृति समिति ने राज्य के मुख्यमंत्री मा. एकनाथ शिंदे से की है ।
इस प्रकरण में पुलिस दोषियों को बंदी बनाए, तथा इस प्रकार से औरंगजेब का महिमामंडन तथा पाकिस्तान का झंडा लहराने के पीछे कुछ षड्यंत्र है क्या, इसकी भी सरकार गहन जांच करवाए । जिस औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज का सुवर्ण सिंहासन तोडा, हिन्दुओं के मंदिर तोडे, हिंदवी स्वराज्य पर आक्रमण कर जनता पर अत्याचार किए, छत्रपति संभाजी महाराज का क्रूरता से वध किया, ऐसे हिंदुद्वेषी औरंगजेब का महिमामंडन महाराष्ट्र कभी सहन नहीं करेगी । कुछ वर्ष पूर्व अफलजखानवध के चित्र लगाने पर धार्मिक भावना को ठेस पहुंचेगी, इसलिए उस चित्र पर प्रतिबंध लगाने का आदेश तत्कालीन गृहमंत्री ने निकाला था । उसी प्रकार औरंगजेब का महिमामंडन रोकने के लिए सरकार कठोर सरकारी आदेश तत्काळ निकाले, यह हमारी मांग है ।
बाबा हयात कलंदर दरगाह के उर्स में इस प्रकार की आपत्तिजनक घटना घटने पर वहां के मौलवी-मुल्ला तथा दरगाह ट्रस्ट ने आगे आकर ऐसी घटना का निषेध नहीं किया । इसलिए इसमें उनका भी समर्थन था क्या ? इसकी जांच कर दरगाह के ट्रस्ट पर, तथा संबंधित मुल्ला-मौलवियों पर भी कानूनी कार्यवाही करने की आवश्यकता है । जुलूस के लिए धन किसने दिया, इस दरगाह को कौन फंडींग करता है और वहां कुछ और आपत्तिजनक कार्य होता है क्या ?, इसकी भी गहन जांच करने की आवश्यकता है । ऐसे ध्यान में आया है कि इस घटना का निषेध करनेवाले कुछ हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों पर पुलिस ने अपराध प्रविष्ट किया है । यह अपराध तत्काल पीछे लिए जाएं । हमारी मांग है कि राष्ट्रप्रेमियों का मनोबल तोडनेवाली पुलिस पर कार्यवाही होनी चाहिए ।