SG झुंझुनू आम आदमी पार्टी के मुखिया व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजस्थान के जयपुर में रोड शो करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री व राज्यसभा सांसद संदीप पाठक, प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा भी उपस्थित थे। आम आदमी पार्टी को लेकर प्रदेश की सियासत में अब तक माना जा रहा था कि पार्टी पंजाब के सीमावर्ती जिलों की कुछ सीटों पर चुनाव लड़ेगी। मगर केजरीवाल ने जयपुर में प्रदेश की सभी २०० विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर राजस्थान में कांग्रेस, भाजपा से अलग एक तीसरा विकल्प देने की मुहिम शुरू कर दी है। हालांकि, २०१८ के विधानसभा चुनाव में ‘आप’ को एक प्रतिशत से भी कम वोट मिले थे। पार्टी के सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। यहां तक कि ‘आप’ के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल जाट सहित किसी भी प्रत्याशी को उनके विधानसभा क्षेत्र में १,००० वोट भी नहीं मिले थे। मगर अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। पंजाब में सरकार बनाने के बाद ‘आप’ ने गुजरात में अच्छा प्रदर्शन किया था।
ओवैसी का आगाज
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने राजस्थान में अपनी पार्टी का चुनावी अभियान तेज कर दिया है। ओवैसी ने हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर व सीमावर्ती बाड़मेर, जैसलमेर जिलों का दौरा कर वहां कई जनसभाओं को संबोधित किया है। ओवैसी ने कांग्रेस व भाजपा पर मिलीभगत का आरोप लगाया। उन्होंने अल्पसंख्यक मामले के मंत्री व पोकरण के विधायक साले मोहम्मद तथा शिव से कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री अमीन खान को चुनौती दी कि अगले विधानसभा चुनाव में वे व उनके परिवार का कोई भी सदस्य चुनाव नहीं जीत पाएगा। ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी राजस्थान में मुस्लिम बहुल ४० सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। ओवैसी ने कहा कि इसी महीने राजस्थान के मुसलमानों के हालात पर तैयार की गई एक रिपोर्ट जारी की जाएगी, जिसमें उनके आर्थिक, शैक्षिक, सामाजिक, राजनीतिक सहित तमाम बातों की जानकारी होगी। उन्होंने बताया कि यह रिपोर्ट अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों द्वारा तैयार करवाई गई है, जिसको पढ़ने के बाद मुस्लिम समाज को अपनी दयनीय स्थिति का पता चल जाएगा। ओवैसी ने कहा कि राजस्थान में उनकी पार्टी तीसरी शक्ति बनकर उभरेगी।
जिले के लिए नंगे पैर भ्रमण!
राजस्थान में लंबे समय से नए जिले बनाने की मांग की जा रही है। नए जिलों के गठन के लिए पूर्व आईएएस अधिकारी राम लुभाया की अध्यक्षता में एक हाई पावर कमेटी का गठन किया गया था। ज्यादातर विधायकों को आशा थी कि सीएम बजट में नए जिलों के गठन की घोषणा करेंगे। सभी क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र को जिला बनवाने के लिए कोशिश कर रहे हैं। बाड़मेर जिले के पचपदरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक मदन प्रजापत तो अपने विधानसभा क्षेत्र के बालोतरा को जिला नहीं बनाए जाने तक जूते नहीं पहनने का प्रण लेकर पिछले लंबे समय से नंगे पैर ही घूम रहे हैं। चुनावी साल में नए जिलों के गठन को लेकर हो रही राजनीति को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राम लुभाया कमेटी का कार्यकाल ६ महीने बढ़ाकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
किरोड़ी को झटका
भाजपा सांसद किरोड़ी मीणा इन दिनों अस्पताल में भर्ती हैं। पिछले कई दिनों से वह पुलवामा हमले में शहीद हुए तीन सैनिकों की वीरांगनाओं की मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर रहे थे। राज्य सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर उनसे पहले गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव और बाद में वैâबिनेट मंत्री शकुंतला रावत व प्रतापसिंह खाचरियावास ने बात कर उनकी मांगों पर सहमति बनाकर धरना समाप्त करने की बात कही थी। मगर अचानक ही वे सचिन पायलट के बंगले के बाहर वीरांगनाओं के साथ धरने पर बैठ गए। इसके बाद सरकार ने कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते तीनों वीरांगनाओं को धरना स्थल से उठाकर उनके घर पहुंचा दिया। इस पर किरोड़ीलाल मीणा बिफर गए। वह शहीद वीरांगना से मिलने जा रहे थे तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती करा दिया। उनके समर्थन में भाजपा द्वारा आयोजित विरोध सभा में किरोड़ी समर्थकों ने प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। उसके बाद प्रदेश भाजपा ने एक आदेश जारी कर दिया है कि भविष्य में पार्टी की मंजूरी से ही आंदोलन किया जा सकेगा अन्यथा आंदोलन निजी माना जाएगा।