BSP पर कांग्रेस की नजर? मायावती के ऐलान के बाद कांशीराम की बहन से मिले राहुल गांधी
SG
कांग्रेस ने मायावती को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन बसपा से कोई भी इसमें शामिल नहीं हुआ। राहुल गांधी के नेतृत्व में यात्रा आज सुबह पंजाब के टांडा से फिर शुरू हुई।
बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती की ओर से आगामी चुनावों में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करने के ऐलान के एक दिन बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के पंजाब चरण में बसपा संस्थापक कांशीराम की बहन स्वर्ण कौर से मुलाकात की। कांशीराम फाउंडेशन के लखबीर सिंह उनके साथ थे।
बसपा से कोई भी यात्रा में शामिल नहीं
यह मुलाकात अहम माना जा रहा है है, क्योंकि मायावती और कांशीराम के परिवार के बीच अच्छे संबंध नहीं हैं, इसलिए कांग्रेस की नजर कांशीराम की विरासत पर हो सकती है। कांग्रेस ने मायावती को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन बसपा से कोई भी इसमें शामिल नहीं हुआ। मायावती ने रविवार को ऐलान किया कि उनकी पार्टी 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव और फिर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
टांडा से फिर शुरू हुई राहुल की यात्रा
वहीं, कड़ाके की ठंड में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में मंगलवार सुबह पंजाब के टांडा से फिर शुरू हुई। कांग्रेस के कन्याकुमारी से कश्मीर तक के मार्च का पंजाब चरण बुधवार को फतेहगढ़ साहिब में सरहिंद से शुरू हुआ। कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, हरीश चौधरी और राजकुमार चब्बेवाल सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को गांधी के साथ देखा गया।
यात्रा ने मुकेरियां में रात को विश्राम किया था। राहुल गांधी एक बार फिर सफेद रंग की अपनी चर्चित टी-शर्ट पहने नजर आए। यात्रा के दौरान उन्होंने महिलाओं के एक समूह से मुलाकात की और उनके साथ तस्वीर भी खिंचवाई। कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ने सोमवार को कहा था कि यात्रा को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। उन्होंने बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों को लेकर बीजेपी की सरकार पर निशाना साधा था।
गौरतलब है कि तमिलनाडु के कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 30 जनवरी को श्रीनगर में संपन्न होगी, जहां राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में तिरंगा फहराएंगे। यह पदयात्रा अभी तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा से होकर गुजर चुकी है।