Thursday, October 31, 2024

राज्य

मुंबई परH3N2 का संकट गहराया …तेजी से बढ़ रहे रोगी!

SG   

हरकत में आई मनपा
• घर-घर कर रही सर्वेक्षण
 मुंबई
मुंबई पर H3N2 का संकट गहरा गया है। बीते कई दिनों से इस विषाणु के रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। जनवरी से १५ मार्च यानी बुधवार तक शहर में फ्लूू के ११८ मामले सामने आए हैं। वहीं शहर में तेजी से रोगियों की बढ़ती संख्या को देखकर अभी तक चिर निद्रा में सोई मनपा हरकत में आ गई है। इसके तहत मनपा का स्वास्थ्य विभाग अपने कर्मचारियों की मदद से मुंबई में घर-घर सर्वेक्षण कर खासकर बुखार से पीड़ित मरीजों और जिन्हें वायरल इंफेक्शन का खतरा है ऐसे रोगियों की तलाश रहा है। इसके साथ ही उनकी भी खोजबीन की जा रही है, जिन्होंने इलाज नहीं कराया है।
कोरोना काल में राज्य और शहर के पिछले अनुभव को देखते हुए केंद्र से लेकर राज्य स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। इसके तहत ही मनपा प्रशासन घर-घर जाकर मरीजों को ढूंढ़ने का प्रयास कर रहा है। ज्ञात हो कि मुंबई में जनवरी से १५ मार्च २०२३ तक लगभग ११८ H3N2 मामले सामने आए हैं। इनमें जनवरी में १९, फरवरी में ४६ और मार्च में ५३ मामले स्वास्थ्य विभाग ने दर्ज किए। कुल मरीजों में से ३२ मरीजों का शहर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कुल मरीजों में से चार मरीज H3N2 और २८ मरीज एच१एन१ वायरस से संक्रमित हैं। सभी का इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है।

तीन प्रकार के हैं इन्फ्लुएंजा
इन्फ्लूएंजा के ए, बी और सी प्रकार होते हैं। इन्फ्लुएंजा टाइप ए के उपप्रकार एच१ एन१, एच२एन२, एच३ एन२ हैं। ये वायरस इंसानों में सांस की बीमारी पैदा कर सकते हैं। लेकिन उनके लक्षण, जोखिम और जटिलताएं एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होती हैं। H3N2 इन्फ्लुएंजा ए वायरस का एक उपप्रकार है, जो विशेष रूप से बड़े वयस्कों और बच्चों में आम है। प्३र्‍२ संक्रमण को रोकने में मदद के लिए टीके उपलब्ध हैं। इसमें बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ, निमोनिया जैसे लक्षण पाए जाते हैं।

मनपा की अपील
इस बीच मुंबई मनपा ने अपनी अपील में कहा है कि इन्फ्लुएंजा एक विषाणु जन्य बीमारी है, जो हवा से फैलता है। इन्फ्लुएंजा के लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, गले में खराश, शरीर में दर्द, सिरदर्द, दस्त, उल्टी शामिल हैं। ये लक्षण आमतौर पर उपचार के बाद कम हो जाते हैं और जांच की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन कुछ मरीजों को इससे ज्यादा परेशानी हो सकती है, जिससे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता है।

राज्य सरकार ने की आपात बैठक
दूसरी तरफ राज्य में तेजी से पैâल रहे प्३र्‍२ के संक्रमण को देखते हुए कल मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने आपात बैठक बुलाकर बीमारी की परिस्थितियों को लेकर समीक्षा की। इन्फ्लुएंजा विषाणु से पैâलने वाली बीमारी है। ऐसे में तत्काल इलाज शुरू होता है तो जल्द ठीक होने में मदद मिलती है। इसलिए लक्षण दिखाई देते ही समय पर इलाज कराएं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि लोगों तक बीमारी की जानकारी पहुंचाने के लिए जनजागरुकता फैलाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संक्रमण से प्रभावित मरीजों का तुरंत इलाज किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इसके लिए आवश्यक दवा का स्टॉक पर्याप्त है। साथ ही निजी अस्पतालों की मदद ली जाए ताकि कर्मचारियों की चल रही हड़ताल के कारण इलाज में कोई दिक्कत न हो। साथ ही जरूरत पड़ने पर इलाज का काम जारी रखने के लिए निजी संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए।