राजनीतिराज्य

मीडिया पर छापे कौन सा लोकतंत्र! -उद्धव ठाकरे

SG

मुंबई
‘लोकतंत्र के चार स्तंभ हैं। न्यायपालिका, प्रशासन, शासन और चौथा महत्वपूर्ण स्तंभ है मीडिया। ‘बीबीसी’ के कार्यालयों पर छापा मारा गया। मीडिया पर छापेमारी किस लोकतंत्र में बैठता है? ऐसा ज्वलंत सवाल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से किया।
रायगढ़ जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष रियाज शेख और पदाधिकारियों ने कल शिवसेना में प्रवेश किया। शिवसेना भवन में उद्धव ठाकरे ने शिव बंधन बांधकर उनका पक्ष में स्वागत किया। इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बातचीत की। उद्धव ठाकरे ने ‘बीबीसी’ के दिल्ली कार्यालय पर आयकर विभाग की छापेमारी का जिक्र करते हुए भाजपा और मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा, ‘हम जो चाहेंगे करेंगे, लेकिन कोई आवाज नहीं उठाएगा।

कल सुबह मुंबई और नई दिल्ली में एक साथ समाचार संस्था ‘बीबीसी’ के दफ्तर में आयकर विभाग की टीम पहुंची। सर्वे के बहाने उन्होंने वहां छापे मारे। इस खबर पर प्रतिकिया देते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि ‘आवाज उठाओगे तो कुचल दिए जाओगे, ऐसी क्रूरता हमारे देश में आज पनप रही है। अगर हम समय रहते एक साथ नहीं आए और अपनी ताकत को नहीं बढ़ाया, तो यह कल पूरे देश को खा जाएगा’, ऐसा जोरदार हमला कल उद्धव ठाकरे ने किया।
भारत माता को पुन: गुलामी में झोंका जा रहा…
इस अवसर पर उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘उत्तर हिंदुस्थानी भाइयों के एक कार्यक्रम में मैं गया था। उस समय मैंने कहा था कि उस समय की लड़ाई स्वतंत्रता की थी। अब यह लड़ाई स्वतंत्रता को बनाए रखने की है। स्वतंत्रता को बरकरार रखना है क्योंकि गुलामगिरी तो गुलामगिरी ही होती है। चाहे वह खुद की हो या किसी और की। वंदे भारत, वंदे मातरम के नारे लगाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री उद्घाटन कर रहे हैं। झंडे दिखाए जा रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर मेरी भारत माता को फिर से गुलाम वैâसे बनाया जाए, उस दिशा में कुछ लोगों के पैर जा रहे हैं। समय रहते यह समझकर हमें एक साथ आना चाहिए।

मोहन भागवत मस्जिद गए तो क्या छोड़ आए?
‘रियाज शेख और उनके तमाम मुस्लिम भाई-बहन आज शिवसेना में शामिल हुए हैं इसलिए हिंदुत्व छोड़ा, ऐसी टिप्पणी हम पर हो सकती है। लेकिन कुछ महीने पहले जब मोहन भागवत मस्जिद गए तो क्या छोड़ आए? आठ-दस दिन पहले दत्तात्रेय होसबोले ने कहा था कि गौमांस खाने वालों के लिए दरवाजा बंद नहीं किया जा सकता, तो उन्होंने क्या छोड़ा?’ ऐसा तीखा सवाल इस दौरान उद्धव ठाकरे ने किया।
यह ताकत सिर्फ शिवसेना की नहीं, बल्कि महाराष्ट्र की भी है
रियाज शेख और पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘आपकी ताकत बहुत बड़ी ताकत देनेवाली होगी। यह ताकत केवल शिवसेना ही नहीं, बल्कि छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र को मिली है। यही ताकत और एकता देश का मार्गदर्शन करनेवाली साबित होगी, ऐसी हमारी अपेक्षा और विश्वास है। इस अवसर पर शिवसेना नेता, पूर्व उद्योगमंत्री सुभाष देसाई आदि उपस्थित थे।