Saturday, November 23, 2024

राजनीतिराज्य

ईडी’ सीबीआई के बाद विपक्षी नेताओं के घर घुसने लगी पुलिस, राहुल के निवास पर कल दिनभर डटी रही पुलिस

SG    नई दिल्ली
मोदी सरकार ने कल राजनीतिक प्रतिशोध वाला एक और कार्य किया। करीब ४५ दिन पहले ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान श्रीनगर में दिए गए बयान की जांच करने के लिए दिल्ली पुलिस की टीम कल कांग्रेस नेता राहुल गांधी के घर पहुंच गई। पुलिस दिनभर वहीं डटी रही। इससे राजनीतिक माहौल गरमा गया। कांग्रेस के साथ ही सभी विरोधियों ने इस `घुसपैठ’ का तीव्र निषेध किया है। साथ ही भाजपा और मोदी सरकार की जमकर आलोचना की है।
कल दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त सागर प्रीत हुड्डा (कानून एवं सुव्यवस्था) अपनी टीम के साथ अचानक राहुल गांधी के घर धमक पड़े। महिलाओं पर अत्याचार के बारे में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान श्रीनगर में दिए गए वक्तव्य पर दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी को नोटिस भेजा था।
क्या था राहुल गांधी का बयान?
राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ३० जनवरी को श्रीनगर में थी। उस दौरान उन्होंने कहा था कि `कई महिलाएं मुझसे मिलने आर्इं थीं। वे रो रहीr थीं और भावुक हो गई थीं। उनमें से कइयों ने उनके साथ लैंगिक अत्याचार और छेड़छाड़ होने की बात कही। इसे लेकर पुलिस से बात करूं क्या, ऐसा मैंने कहा? इस पर उन महिलाओं ने कहा कि पुलिसवालों से कहा तो हमें और परेशानी होगी। उन्होंने कहा कि हमें केवल आपको ही यह जानकारी देनी थी।’

इस दौरान आयुक्त हुड्डा ने राहुल गांधी से करीब दो घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद हुड्डा ने मीडिया से संवाद साधा। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार को लेकर किए गए बयान पर राहुल गांधी से जानकारी मांगी गई है। इसके लिए उन्होंने समय मांगा है। हुड्डा ने मीडिया से बोलते हुए स्पष्ट किया कि राहुल गांधी ने कहा है कि यात्रा के दौरान मैं अनेक लोगों से मिला। इसलिए मेरे किए गए वक्तव्य को लेकर और जानकारी लेनी पड़ेगी। उन्होंने यह भी दावा किया कि संबंधित महिलाओं को न्याय मिलना चाहिए, यही इसके पीछे का उद्देश्य है।

यात्रा के दौरान कोई भी महिला रोते नहीं दिखी
आयुक्त हुड्डा ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा दिया गया बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसके बाद हमने दिल्ली यात्रा के दौरान का वीडियो देखा। कौन-सी महिला राहुल गांधी से मिली, इसकी भी जांच की गई। हालांकि, जांच में वैसा कुछ भी नहीं मिला। यात्रा के दौरान कोई भी महिला रोते हुए नहीं दिखी। इसे लेकर राहुल गांधी से चर्चा करने का विचार किया। लेकिन वे विदेश गए हुए थे। विदेश से लौटने के बाद हम उनके घर पहुंचे।
राहुल गांधी से जवाब लेने के लिए दिल्ली पुलिस की एक टीम बीते १५ मार्च को उन्हें एक नोटिस देने के लिए गई थी। तीन घंटे तक प्रतीक्षा करने के बाद भी टीम की राहुल गांधी से मुलाकात नहीं हो सकी। १६ मार्च को फिर से वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गए थे। इस दौरान डेढ़ घंटे के बाद उनकी राहुल गांधी से मुलाकात हुई। इस दौरान राहुल गांधी ने उस नोटिस को स्वीकार कर लिया था। इसके बाद कांग्रेस की तरफ से कहा गया था कि उचित समय पर उस नोटिस का जवाब दिया जाएगा।
दिल्ली पुलिस ने अत्याचार पीड़ित महिलाओं को लेकर जानकारी प्राप्त करने के उद्देश्य से राहुल गांधी से एक सावालों की सूची भेजी थी। उन सवालों के जवाब जल्द और सविस्तार दें, मतलब संबंधित महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी, ऐसा दिल्ली पुलिस ने कहा था

कांग्रेस का ट्वीट
`प्रधानमंत्री मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी के संबंध, अडानी हिंडनबर्ग मामले में राहुल गांधी द्वारा उपस्थित किए गए सवालों से सरकार घबरा गई है। इसीलिए ही पुलिस का सहारा लिया जा रहा है। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ समाप्त होने के ४५ दिनों के बाद दिल्ली पुलिस अत्याचार पीड़ित महिलाओं की जानकारी मांग रही है।’
प्रतिक्रिया
दिल्ली पुलिस को इतनी ही फिक्र थी तो वे फरवरी महीने में क्यों नहीं आए। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ समाप्त हुए ४५ दिन गुजर चुके हैं। अब वे जांच के लिए आ रहे हैं। राहुल गांधी की लीगल टीम पुलिस के नोटिस का जवाब देगी।
-जयराम रमेश, कांग्रेस नेता
केंद्रीय गृह मंत्रालय अथवा केंद्र में वरिष्ठों का बिना आदेश आए पुलिस ने यह कार्रवाई नहीं की है। जांच के लिए किसी ने इनकार नहीं किया है। नोटिस का जवाब देंगे, ऐसा राहुल गांधी के कहने के बावजूद पुलिस उनके घर पर पहुंची। यह बहुत गंभीर है। पूरा देश देख रहा है।
-अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री, राजस्थान
राहुल गांधी को डराने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार को क्या लगता है कि राहुल गांधी घबरा जाएंगे?
-पवन खेडा, कांग्रेस प्रवक्ता