sg
धर्मांतरण के लिए बस से 30-40 लोगों को दिल्ली ले जा रहा युवक भी धराया
उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण रोकने के लिए कड़ा कानून बनाया गया है। इसके बाद भी, धर्मांतरण की घटनाएं बढती जा रहीं हैं। रामपुर जिले के पटवई और मिलक में क्रिसमस के दौरान धर्मांतरण कराने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया। पटवई में आरोपित पादरी टेंट लगाकर 100 लोगों को धर्मांतरण का शिकार बनाने की कोशिश में था। वहीं, मिलक में आरोपित युवक धर्मांतरण कराने के लिए बस भर कर लोगों को दिल्ली ले जा रहा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रामपुर जिले के पटवई थाना क्षेत्र अंतर्गत सोहना गांव में आरोपित पादरी पोलूम मसीह टेंट लगाकर दलित परिवार के करीब 100 लोगों का धर्मांतरण करा रहा था। इस कार्यक्रम की जानकारी मिलते ही हिंदू संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
इसके बाद, पुलिस ने कार्यक्रम स्थल में दबिश दी। पुलिस को देखते ही धर्म परिवर्तन कराने वाले लोग मौके से भाग गए। हालांकि, पुलिस ने आरोपित पादरी पोलूम मसीह को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने ‘विश्व हिंदू परिषद (VHP)’ के प्रखंड संयोजक राजीव यादव की शिकायत के आधार पर उत्तर प्रदेश धर्मांतरण कानून की धारा 3 और 5 (1) क तहत मामला दर्ज किया है।
हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि आरोपित ईसाई पादरी बहला-फुसलाकर भोले-भाले गरीबों का धर्मांतरण कराने की कोशिश कर रहा था। वहीं, रामपुर एएसपी संसार सिंह ने कहा, “पटवई थानाध्यक्ष हरेंद्र यादव को सूचना मिली थी कि सोहना गाँव में एक पादरीपोलुस मसीह निवासी सिविल लाइंस कुछ लोगों को इकट्ठा कर रहा है। पादरी धर्मांतरण के लिए लोगों को प्रलोभन दे रहा है। इस पर थानाध्यक्ष ने तत्काल कार्रवाई की और पादरी को गिरफ्तार कर लिया।”
वहीं, रामपुर जिले के ही मिलक में शनिवार (24 दिसंबर, 2022) की रात स्थानीय युवक धर्मांतरण कराने के लिए करीब 30-40 लोगों को बस में बैठाकर दिल्ली ले जा रहा था। इसकी जानकारी हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को हुई तो उन्होंने बस रोककर पूछताछ करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपित युवक शिवदेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है।