-अतिपिछडा समाज के उत्थान को निर्दलीय लडेंगे लोक सभा चुनाव
-अतिपिछडा समाज ने एक वोट और एक 10 का नोट देने का संकल्प लिया
मुजफ्फरनगर। अति पिछडों की आवाज को बुलंद करने एवं संसद तक आवाज पहुंचाने के लिए देवेन्द्र कश्यप ने बीडा उठाया हैं। किसी भी पार्टी द्वारा अति पिछडों की आवाज को अनसुना करना एवं राजनितिक हिस्सेदारी न देने के कारण आगामी लोक सभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लडने का ऐलान किया हैं।
शनिवार को रूडकी रोड स्थित ग्रीन एप्पल होटल में देवेन्द्र कश्यप ने अति पिछडा समाज के लोग एवं अपने समर्थकों के साथ मिलकर मीडिया सेंटर के पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान वोट मांगने के लिए तो सभी राजनितिक दल एवं अराजनितिक दलों से घर घर जाकर समस्याओं की जानकारी कर समाधान कराने का आश्वासन दिया जाता हैं, मगर चुनाव के बाद सत्ता मिलते ही सारे वादे हवा हवाई हो जाते हैं। देवेन्द्र कश्यप ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अति पिछड़ों की आबादी लगभग 40 प्रतिशत है, लेकिन आबादी के हिसाब से कोई भी राजनीतिक दल 2024 के लोकसभा चुनाव में अति पिछड़ा समाज कश्यप, पाल, निषाद, बिंद, राजभर, प्रजापति, सैनी, नाई, जोगी, विश्वकर्मा, बंजारा, तेली, सैफी, अंसारी, सलमानी आदि जातियों को सम्मानजनक भागीदारी नहीं दे रहा है। देवेन्द्र कश्यप ने अपनी ही पार्टी कांग्रेस पर भी सौतेला व्यावहार और अतिपिछडों को दरकिनार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस दल कांग्रेस में हम काम कर रहे हैं और राहुल गांधी लगातार न्याय की आवाज उठा रहे हैं वहां भी अति पिछड़ों के साथ न्याय नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के तहत 17 सीटे कांग्रेस पार्टी को मिली है जिसमें प्रत्याशी के तौर पर चल रहे नामो की चर्चा को देखा जाए तो उनमें से एक भी अतिपिछड़ा समाज को प्रत्याशी बनाने की चर्चा नहीं है। देवेन्द्र कश्यप ने मुजफ्फरनगर लोकसभा में लगभग 8 लाख अति पिछड़ी जातियों की वोट होने का दावा किया हैं। उन्होने बताया कि मुजफ्फरनगर में करीब ढाई लाख वोट कश्यप समाज की हैं, मगर राजनितिक हिस्सेदारी केवल 1.75 लाख आबादी वाले जाट समाज को एनडीए एवं इंडिया गठबंधन ने प्रत्याशी बनाया है।
उन्होने कहा कि मुजफ्फरनगर में 6 विधायक, 9 ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्ष हैं जिनमें से एक भी अतिपिछड़ा समाज से ताल्लुक नही रखता है। देवेन्द्र कश्यप ने मोदी सरकार द्वारा रोहिणी आयोग पिछड़ा एवं अति पिछड़ा आरक्षण का बंटवारा लागू न करके अतिपिछड़ों के साथ धोखा किये जाने का आरोप लगाया हैं। अति पिछडा समाज ने देवेन्द्र कश्यप को सर्मथन देने के लिए एक वोट और एक 10 का नोट देने का संकल्प लिया है। प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से बृजमोहन कश्यप, समंदर कश्यप, रामेश्वर, आनंद कश्यप, अजय पाल, बबलू प्रजापति, सुखपाल कानूनगो, जलसिंह फौजी, पप्पू कश्यप, जगपाल सिंह, नरेंद्र पटवारी, इंद्रपाल, संजीव कुमार, रामनिवास, भोपाल सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।