हमने भारत के खिलाफ खालिस्तान को खडा किया, हमारा प्लान था’, पाकिस्तान डिफेंस एक्सपर्ट का वीडियो वायरल
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खालिस्तान का नाम सुनते ही लोगों के जेहन में लहराती तलवारें, बंदूकें और लाठी डंडों की खौफनाक तस्वीरें उभर कर सामने आती हैं। खालिस्तानी आंदोलन की वजह से देश में हजारों लोग काल के गाल में समा चुके हैं। खालिस्तानी अपना पैर धीरे धीरे भारत के बाहर ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया समेत कई और देशों में पसार रहे हैं। पाकिस्तान ने भले ही कभी ये कबूल न किया हो लेकिन खालिस्तान आंदोलन के पीछे उसकी भूमिका किसी से भी छिपी नहीं रह गई है।
पाकिस्तान ने कई बड़े रक्षा विशेषज्ञ इस बात को खुले मंच से स्वीकार करते हैं कि खालिस्तान मूवमेंट के पीछे उनके देश का ही हाथ है।
भारत के खिलाफ खालिस्तान को किसने खड़ा किया ?
पाकिस्तान के सीनियर डिफेंस एक्सपर्ट और पाकिस्तानी आर्मी में गहरी पहुंच रखने वाले जैद हामिद का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो कहते दिख रहे हैं कि हमने भारत के खिलाफ खालिस्तान को खड़ा किया था। ये उनके देश का भारत को नीचा दिखाने का प्लान था। पाकिस्तान अनटोल्ड नाम के एक ट्विटर हैंडल से साझा किए गए वीडियो में डिफेंस एक्सपर्ट हामिद ने कहा, ”हमने पूरे 80 के दशक में, ये वो समय था जब 1971 का भारत से बदला लेना शुरू किया था, उस वक्त सिखों की तहरीक बनाई।”
पाकिस्तानी डिफेंस एक्सपर्ट का कबूलनामा
वीडियो में पाकिस्तानी डिफेंस एक्सपर्ट आगे कहते हैं, ”हमने कश्मीरी जिहाद को दोबारा खड़ा किया। नागा, आसाम, नक्सली, माओवादी, नॉर्थ ईस्ट जैसे भारत के अलग-अलग भागों में, जहां पहले से ही आजादी को लेकर मूवमेंट चल रहे थे, उन्हें मदद पहुंचाई गई। श्रीलंका की मदद की गई कि तमिल टाइगर्स का मुकाबला करें”।
खालिस्तान मूवमेंट की आग
गौरतलब है कि 1980 के दशक में जब पंजाब में हिंसा और अशांति चरम पर थी, तब इसमें पाकिस्तान की भूमिका को लेकर हर भारतीय अवगत थे। ऑपरेशन ब्लू स्टार के माध्यम से सरकार ने खालिस्तान मूवमेंट को कुचल तो दिया लेकिन उसकी आग जलती रही। अभी दो-तीन दिन पहले ही पंजाब के अमृतसर के अजनाला में हुई घटना से लोग काफी हैरान हैं। ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों ने अपने करीबी की रिहाई के लिए थाने पर धावा बोल दिया था। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर हमला कर दिया था।
ऑस्ट्रेलिया-कनाडा में हिंदू मंदिरों को निशाना
कुछ दिन पहले ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में कई हिंदू मंदिरों को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ की गई थी। इन घटनाओं को लेकर सीधे तौर पर खालिस्तान समर्थक आंदोलन के सदस्यों को जिम्मेदार ठहराया गया। भारत सरकार ने इन घटनाओं को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी हाल ही में खालिस्तानी घटनाओं को लेकर सख्त लहजे में कहा था कि उनकी सरकार इसे पनपने नहीं देगी।