Saturday, October 12, 2024

Ajab gazab

38 दिन बीच समुद्र फंसा रहा लड़का, जिंदा रहने के लिए पिया कछुए का खून, खाता था शार्क का मांस

SG     क्‍या हो अगर आप बीच समुद्र में फंस जाएं. निकलने का कोई रास्‍ता न हो. एक शख्‍स के साथ ऐसा ही हुआ. पर‍िवार के साथ वह दुनिया की सैर पर निकला था. एक दिन अचानक शार्क ने उनकी नाव पर हमला कर दिया. नाव पलट गई और सभी लोग समुद्र में फंस गए. 38 दिनों तक पूरा पर‍िवार जान बचाने के लिए लड़ता रहा. जिंदा रहने के लिए कछुए का खून पिया, शार्क का मांस खाया. अब यह कहानी पूरी दुनिया के सामने आई है.डगलस रॉबर्टसन (Douglas Robertson) तब सिर्फ 18 साल के थे, जब उनकी नाव समुद्र में डूब गई थी. डगलस ने बताया, बात 1971 की है. पूरा पर‍िवार दुनिया की सैर पर निकला था. गैलापागोस आइलैंड से तकरीबन 200 मील दूर हमारी नाव पर ओर्का व्‍हेल ने हमला कर दिया. नाव डूब गई. हमारे साथ मां-पापा, दो जुड़वां भाई नील और सैंडी थे, जिनकी उम्र महज 11 साल थी. खतरा देखकर पापा ने हिम्‍मत बधाई. कहा-जब तक हम जमीन पर न पहुंच जाएं त‍ब तक जिंदा रहने के लिए संघर्ष करना होगा. हमारे पास एक छोटी सी डोंगी थी, उसी से आगे चलने लगे.

मछल‍ियों को पकड़ना नहीं, उनका शिकार करना   डेली स्‍टार के मुताबिक, डगलस ने बताया कि उनके पिता ने जिंदा रहने के कुछ तरीके सिखाए. कहा, पीने के लिए बारिश के पानी को कैच करें. हमें मछल‍ियों को पकड़ना नहीं है, उनका शिकार करना है. वे अंत तक लड़ेंगे लेकिन हमें मार डालना है क्‍योंकि हमारे भोजन का वही एक जर‍िया हैं. हमारे लिए यह भयानक परीक्षा थी. मैनें पापा से कह दिया कि अब जिंदा रहना संभव नहीं. पर पापा सख्‍त थे और उन्‍होंने कहा-कुछ समय बाद हम जमीन पर होंगे. तब तक हमें जिंदा रहना होगा.

जापानी नाव ने हमें बचाया    38 दिनों तक हम संघर्ष करते रहे. 38 दिनों तक कछुए के खून और बारिश के पानी पर जीवित रहे. यहां तक क‍ि शार्क का मांस भी खाया. कई और जानवरों को मार डाला ताक‍ि पेट भर सकें. आख‍िरकार वह दिन आ गया. एक जापानी ट्रॉलर नाव वहां से गुजर रही थी. वह पनामा नहर की ओर जा रही थी. उसने हमें देख लिया और बचा लिया.