Friday, November 22, 2024

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भारत के 4 मोस्ट वांटेड आतंकी पहुँच गए 72 हूरों के पास, 3 पाकिस्तान से और 1 PoK से

SG

जब से भारत में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी है, पाकिस्तान के लिए काँटों की सेज तैयार हो गयी। जिससे यह संदेह हो रहा है कि क्या भारत का वर्तमान विपक्ष पाकिस्तान को पोषित कर रहा था? यह वह ज्वलंत प्रश्न है जिसका जवाब पाकिस्तान के भूतपूर्व, वर्तमान हुक्ममारों और भारत के वर्तमान विपक्ष को देना होगा। वरना कांग्रेस नेताओं को नरेंद्र मोदी को हराने के लिए पाकिस्तान से मदद मांगने की क्या जरुरत थी? मोदी सरकार बनने के बाद से ही पाकिस्तान में कंगाली ने अपना डेरा डाला है, तभी से पाकिस्तानियों से कंगाली में डालने वालों को 72 हूरों के पास पहुँचाने का जिम्मा ले लिया है। क्योकि पाकिस्तान में सरकार किसी भी हो, भारत को लहूलुहान करने के नाम पर पाले जा आतंकवादियों पर सबसे ज्यादा खर्च किया जाता रहा है। विश्व में पाकिस्तानियों को बहुत ही बेइज्जत निगाहों से देखा जा रहा है, जिसका किसी भी पाकिस्तानी शासक को चिंता नहीं। सियासतखोरों से लेकर फौजी हुक्मरान विदेशों में धन जमा कर सुरक्षित हैं, भारत की तरह उद्योग आदि पर ध्यान नहीं दिया, जिसका अंजाम आज अवाम भुगत रही है। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकी सैयद नूर शालोबार की गोली मार कर हत्या कर दी गई। शनिवार (04 मार्च, 2023) को अज्ञात हमलावरों ने कश्मीर में कई आतंकवादी घटनाओं के लिए जिम्मेदार शालोबार को गोलियों से भून डाला। नूर शालोबार से पहले सैयद खालिद राजा, एजाज अहमद अहंगर और बशीर अहमद नाम के आतंकियों की भी गोली मार कर हत्या हो चुकी है। मारे गए चारों आतंकी भारत में मोस्ट वांटेड थे। इनमें से एक को POK में ढेर किया गया जबकि 3 का शिकार पाकिस्तान में ही बनाया गया।

सैयद नूर शालोबार

रिपोर्टों के मुताबिक सैयद नूर शालोबार पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के साथ मिलकर कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने का काम कर रहा था। उसपर आतंकी संगठनों के लिए नए लोगों खास कर कश्मीरियों की भर्ती की जिम्मेदारी थी। शालोबार 4 मार्च को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों के हाथों मारा गया।

अलबद्र कमांडर सैयद खालिद राजा

27 फरवरी को कश्मीर में सक्रिय रहे आतंकी सैयद खालिद राजा को मार दिया गया था। खालिद राजा अल-बद्र का आतंकी कमांडर था। खालिद कुछ समय से पाकिस्तान के कराची में रह रहा था। जहाँ वह ‘फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्ज’ का वाइस चेयरमैन बना दिया गया था। हालाँकि वह कश्मीरी आतंकियों के साथ जुड़ा हुआ था और पाकिस्तान में बैठकर उनकी मदद कर रहा था। खालिद को हमलावरों ने उसके घर के बाहर ही गोली मार दी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

आईएस आतंकी एजाज अहमद अहंगर

इसी तरह कश्मीर में पैदा हुए आतंकी एजाज अहमद अहंगर को 22 फरवरी, 2023 को मार गिराया गया था। अहंगर इस्लामिक स्टेट से जुड़ा हुआ था और भारतीयों पर हमला करने के लिए आत्मघाती हमलावरों को तैयार करता था। गृह मंत्रालय ने जनवरी 2023 में ही अहंगर को आतंकी घोषित किया था। अहंगर को अबू उस्मान अल-कश्मीरी के नाम से भी जाना जाता था। रिपोर्टों के मुताबिक अहंगर को तालिबान ने अफगानिस्‍तान के कुनार इलाके में मार गिराया।

बशीर अहमद पीर

21 फरवरी, 2023 को हिजबुल मुजाहिद्दीन के टॉप कमांडर बशीर अहमद पीर को पाकिस्तान के रावलपिंडी में मार गिराया गया था। रिपोर्टों के मुताबिक बशीर अपने घर के पास मस्जिद में नमाज पढ़ने गया था। मस्जिद से बाहर निकलने के बाद बाइक सवार दो हमलावरों ने आतंकी को गोली मारी और चलते बने। अक्टूबर 2022 में भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में शामिल होने की वजह से उसे आतंकवादी घोषित किया गया था।
बशीर कश्मीर में आतंकवाद के लिए भर्ती किए गए नौजवानों को हथियार और गोला-बारूद उपलब्ध कराता था। इसके अलावा पीओके में संचालित आतंकी शिविरों और लॉन्च पैड्स से आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने में भी मदद कर रहा था। बशीर जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले का रहने वाला था लेकिन पिछले 15 सालों से वह पाकिस्तान में रह रहा था।
अल-बद्र के आतंकी खालिद के हत्या की जिम्मेदारी सिंधुदेश रिवॉल्युशनरी आर्मी ने ली है। सिंधुदेश रिवॉल्युशनरी आर्मी नाम का संगठन पाकिस्तान से अलग सिंधुदेश बनाने की माँग कर रहा है। आतंकी अहंगर को तालिबान ने मारा जबकि बाकी के 2 आतंकियों नूर शालोबार और बशीर अहमद पीर को ढेर करने वालों के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है।