Saturday, November 23, 2024

क्राइम

कोतवाल ने पत्रकार को दी धमकी

 

*खबर छपने पर बौखलाई बुढ़ाना पुलिस, पत्रकार को कोतवाल ने दी धमकी, पत्रकारों में रोष*                                         

मुजफ्फरनगर (प्रवेज केसरी)। एक खबर छपने से बौखलाई बुढ़ाना पुलिस ने खबर छापने वाले पत्रकार को बुढ़ाना कोतवाली बुलाकर उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की धमकी देकर उनको भविष्य में देख लेने की धमकी दी। यहां पर पत्रकार को डरा धमकाकर फर्जी पत्रकार बनाने का भरपूर प्रयास किया गया लेकिन पत्रकार की निडर संपादिका ने पुलिस को आड़े हाथों लेते हुए एडीजी से इस मामले की शिकायत की है। इस मामले में पत्रकारों की भी एक आपात बैठक हुई और जिला सूचना अधिकारी को भी अवगत कराने के साथ ही मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पत्रकार को भी इस घटना से अवगत कराया गया। मिली जानकारी के मुताबिक बुढ़ाना निवासी नसीम कुरैशी लगभग एक दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता करते आ रहे हैं। वे दैनिक समाचार पत्र के मुजफ्फरनगर जिले के प्रभारी रहने के साथ साथ काफी समाचार पत्रों में बतौर संवाददाता काम कर चुके हैं। वतर्मान में वे मेरठ से प्रकाशित हिन्दी दैनिक समाचार पत्र के सब एडीटर की पोस्ट पर मेरठ कार्यालय पर ही कार्य करते हैं। लोकडाउन लगने की वजह से वे फिलहाल बुढ़ाना में स्थित अपने ही आवास पर ही रहकर ई-मेल द्वारा समाचार भेजते हैं। फिलहाल उनको संपादिका अलका माहेश्वरी ने मुजफ्फरनगर का ब्यूरो चीफ भी बनाया हुआ है। इस पोस्ट पर उनको 5 माह के करीब हो गये हैं। जिसकी सूचना बीती 11 मई को जिला मुजफ्फरनगर सूचना विभाग के अधिकारी अनमोल त्यागी को भेज दी गई थी। बताया जाता है कि मंगलवार के अंक में नसीम कुरैशी द्वारा एक खबर प्रकाशित की गई जिसका शीर्षक (जुआरी समझ कांग्रेस नेता के पुत्र को सिपाही ने दौड़ाया, सिपाही ने बसपा नेता के घर में घुस नेता पुत्र को पकडा) था। आज इस खबर से बौखलाकर बुढ़ाना कोतवाल कुशलपाल सिंह ने पत्रकार नसीम कुरैशी को बुढ़ाना कोतवाली बुलवाया और कहा कि तुमने ये खबर क्यूं छापी। अब तुम्हारे खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जायेगा। कोतवाल कुशलपाल सिंह ने नसीम कुरैशी का आई-कार्ड लेकर उनकी संपादिका अलका माहेश्वरी से बात की तो संपादिका अलका माहेश्वरी ने बुढ़ाना कोतवाल को साफ शब्दों में कहा कि नसीम कुरैशी हमारे संवाददाता हैं। मुजफ्फरनगर के ब्यूरो चीफ के साथ साथ सब एडीटर भी हैं। अखबार की खबरों का सारा काम ये ही देख रहे हैं। तब नसीम कुरैशी थाने से आ गये।