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पटना। जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के मामले में अब बिहारी के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी फंसते नजर आ रहे हैं। सीबीआई ने बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव को समन भेज पूछताछ के लिए बुला लिया है। जमीन के बदले नौकरी मामले की जांच कर रही एजेंसियों को तेजस्वी यादव के खिलाफ सुबूत मिले हैं। बता दें कि ईडी ने लालू प्रसाद यादव के परिजनों और करीबियों के ठिकाने पर छापेमारी की है।
ईडी की टीम दिल्ली, मुंबई, नोएडा और पटना में पूर्व विधायक अबू दोजाना के साथ ही राजद प्रमुख श्री लालू प्रसाद यादव के करीबियों के लगभग 15 ठिकानों पर छापेमारी की है, जिसमें लालू प्रसाद यादव की तीन बेटियों हेमा, रागिनी और चंदा तथा बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के दिल्ली स्थित आवास भी शामिल हैं। गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव जब वर्ष 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे, इस दौरान उन पर जमीन के बदले रेलवे में कुछ अयोग्य लोगों को नौकरी देने का आरोप है। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है और उसने श्री यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और उनकी दो बेटी समेत 16 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इनमें से 14 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने आरोप पत्र भी समर्पित कर दिया है। इस मामले में अदालत ने 14 मार्च को श्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और पुत्री मीसा भारती को अदालत में पेश होने के लिए सम्मन जारी किया है।
अदालत में पेशी से पहले ही सीबीआई ने 06 मार्च को श्री लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी से उनके सरकारी आवास पर पूछताछ की थी । इस मामले में सीबीआई ने उन्हे पूछताछ के लिए नोटिस दिया था और यह पूछताछ पहले ब्यूरो कार्यालय में होनी थी लेकिन बाद में उन्हें राहत देते हुए सीबीआई की टीम उनके घर पर ही पूछताछ के लिए तैयार हो गई। इसके बाद 07 मार्च को श्री लालू प्रसाद यादव और उनकी बड़ी पुत्री मीसा भारती से भी सीबीआई की टीम ने उनके दिल्ली स्थित आवास पर पूछताछ की थी।