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सीएम का अर्थ ‘करप्ट मानुष’! आदित्य ठाकरे का ‘मिंधे’ सरकार पर जोरदार हमला, ‘सीएम का जहां जहां कदम पड़ता है घोटाला होता है’

SG

हमारा हिंदुत्व श्रीराम का हिंदुत्व, सभी को साथ लेकर चलने वाला’

पैसे लेकर पुलिस अधिकारियों के तबादले का आरोप

मुंबई
‘मिंधे’ सरकार के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कदम जहां-जहां पड़ते हैं, भ्रष्टाचार ही होता है। यहां पर सीएम का अर्थ ही बदल गया है। सीएम का मतलब ‘करप्ट मानुष’ हो गया है। ये जहां-जहां जाते हैं, वहां घोटाला होता है। ऐसे शब्दों में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के नेता व युवासेना प्रमुख आदित्य ठाकरे ने मिंधे सरकार पर जोरदार हमला किया है। गोरेगांव में आयोजित एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यहां एक सर्कस चल रहा है, जहां अपने मित्रों को मुनाफा देने के लिए खुद मुख्यमंत्री काम कर रहे हैं। पुलिस वालों से पूछो जाकर, पोस्टिंग के लिए अधिकारियों से ५-५ करोड़ रुपए तक की बोली लगाई जा रही है। तबादले के लिए जमकर पैसे लिए जा रहे हैं। मुंबई की सौंदर्यीकरण योजना में भ्रष्टाचार को लेकर खुद भाजपा के ही पूर्व नगरसेवकों ने पत्र लिखा है। बांद्रा के एक निर्दलीय विधायक ने पत्र लिखकर इसे रोके जाने की मांग की है। हिंदुत्व के मामले पर भाजपा को घेरते हुए उन्होंने कहा कि हमारा हिंदुत्व सबको साथ लेकर चलने वाला है। जिस प्रकार श्री रामचंद्र जी ने हिंदुत्व का पालन किया, उसी प्रकार से हमारा हिंदुत्व भी सभी को एक साथ लेकर चलने वाला है। ‘रघुकुल रीत सदा चली आई प्राण जाए पर वचन न जाई’, इस चौपाई का उल्लेख करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारा हिंदुत्व श्रीराम का हिंदुत्व है।

गद्दारों को चुनौती
गद्दारों को सामने आने की चुनौती देते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि गद्दारों की ओर से तरह-तरह के बयान दिए जा रहे हैं। मैं उनसे कहता हूं कि मैदान में उतरो, ताकि उनसे मेरा सामना होगा तो मैं उनसे आंखों में आंखें डालकर पूछूंगा कि उद्धव साहब ने क्या कमी की थी, जो तुमने पीठ में खंजर घोंपा है। शिवसैनिक पूरे जोश में हैं। ठाणे में भी टक्कर उन्हें मिलेगी। पूरा महाराष्ट्र शिवसेनामय होगा। कसबा में हमने दम दिखाया है। आज भले तुमने हमारा धनुष-बाण चुरा लिया है लेकिन उसे चलाने के लिए ताकत लगती है। वह तुम्हारे पास नहीं है। शिवसैनिकों को दबाने के लिए तुम आतंकी हमला कर रहे हो, मुझे तो आश्चर्य होता है कि गणपति के दिन गद्दार विधायक ने हमारे लोगों पर फायरिंग की। उस पर कार्रवाई करने की बजाय लीपापोती की जा रही है। इस मामले में विधानसभा में उपमुख्यमंत्री कहते हैं कि गन उनकी जरूरत थी, लेकिन गोली उसके पास नहीं थी। यह आतंकवादी हमला नहीं तो क्या है? विपक्ष की ओर से किसी ने किया होता तो उसे केंद्रीय एजेंसियां उठा ले जाती हैं।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि ‘मेरा विश्वास, मेरी सरकार, ठाकरे सरकार’, महाविकास आघाड़ी सरकार के समय जनता ऐसे कहती थी। आज इस ‘मिंधे’ सरकार पर जनता को विश्वास नहीं है। महिलाओं को तो बिल्कुल नहीं क्योंकि इस सरकार में एक भी महिला मंत्री नहीं है। और ना ही मुंबई का कोई मंत्री है। एक मंत्री है तो उसे स्क्वायर फुट के अलावा और किसी चीज की जानकारी नहीं है।