Sunday, November 24, 2024

राज्य

लोहरदगा में सांप्रदायिक हिंसा में एक की मौत… इंटरनेट सेवा ठप… बवाल के बाद 144 लागू

one killed in communal violence in lohardaga internet service stalled after ruckus 144 enforced

लोहरदगा। रामनवमी पर हिंस झड़प में एक व्यक्ति की मौत और एक दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने के बाद जिले में तनाव की स्थिति है। जिला प्रशासन ने इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी है। इंटरनेट सेवा पूरी तरह से ठप है। कहीं कोई संदेश लोग साझा नहीं कर पा रहे हैं। शरारती तत्व और उपद्रवी घटना के संबंध में अफवाह नहीं फैला सकें, इसलिए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। सुरक्षा को लेकर शहर से लेकर गांव तक में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। रांची रेंज के डीआइजी एवं सीआइडी डीआइजी वहां कैंप कर रहे हैं। आधा दर्जन घायलों को इलाज के लिए रांची रिम्स भेजा गया है। पूरे जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी दी गई है। बाजार बंद है। सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया। सांप्रदायिक हिंसा की घटना के बाद लोगों में भय का माहौल है। हिरही गांव की घटना के बाद फिर से लोहरदगा जिला अशांत नजर आ रहा है। डीसी और एसपी सहित अन्य वरीय अधिकारी क्षेत्र में कर रहे कैंप।
रामनवमी शोभायात्रा के दौरान पथराव के बाद बिगड़े हालात
मालूम हो कि लोहरदगा में रविवार को रामनवमी पर शोभायात्रा निकाली गई थी। आरोप है कि एक कब्रिस्तान के पास लोग नारेबाजी करने लगे। इसके बाद दूसरे समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया। इससे नाराज होकर उपद्रवियों ने दर्जनभर वाहनों में आग लगा दी। इसके विरोध में दूसरे पक्ष ने दो घरों को फूंक दिया। इसके बाद रामनवमी मेला में आग लगा दी गई। कई दुकानें जलकर खाक हो गई। देखते ही देखते पूरा शहर सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में आ गया। इस हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, दर्जन भर लोग घायल हो गए। सभी घायलों का इलाज इस समय रांची रिम्स में चल रहा है। हालात बेकाबू होते देख जिला प्रशासन ने रात 12 बजे से इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया। अब भी इंटरनेट सेवा पूरी तरह से ठप है।
सड़कों पर चारों तरफ पुलिस का पहरा, तनाव अब भी कायम
सांप्रदायिक हिंसा के बाद लोहरदगा में तनाव बरकरार है। सड़काें पर चारों तरफ पुलिस का पहरा है। पुलिस ने तीन गांवों में धारा 144 लागू कर दिया है। लोग घरों में दुबके हुए हैं। सड़कों पर चहल पहल आज काफी कम है। चारों आरे बस इसी घटना की चर्चा हो रही है। इंटरनेट बैन होने से लोग सूचनाओं का आदान प्रदान नहीं कर पा रहे हैं। मोबाइल आदि पूरी तरह से ठप है। पुलिस उपद्रवियों को गिरफ्तार करने के लिए शिनाख्त करने की कवायद में जुटी है। अबतक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं मिली है।